बता दें कि बीते दिनों देश में जो भी प्रदर्शन हुए हैं, उनमें कई बार हिंसक विरोध देखने को मिला है. फिर चाहे वो नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर हो या फिर नेशनल रजिस्टर फॉर सिटिजन के लिए यही कारण है कि हर कोई चौकन्ना है.
Siliguri: A North Bengal State Transport Corporation(NBSTC) bus driver wears a helmet in wake of protests during #BharatBandh called by ten trade unions against 'anti-worker policies of Central Govt' #WestBengal pic.twitter.com/ZCbe7uRq4m
— ANI (@ANI) January 8, 2020
बंगाल में दिख रहा है व्यापक असर
भारत बंद का सबसे ज्यादा असर बंगाल में ही दिख रहा है. बुधवार सुबह ही यहां पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन, सड़क, बस सर्विस को रोकने के लिए विरोध जताया. इस दौरान कई ट्रेनों को रोका भी गया है. बता दें कि जिन ट्रेड यूनियन के द्वारा बंद बुलाया जा रहा है उनमें अधिकतर लेफ्ट पार्टियों से जुड़े हैं यही कारण है कि बंगाल में अधिक असर दिख रहा है.
10 बड़े यूनियन ने बुलाया बंद
भारत बंद का आह्वान देश के दस बड़े ट्रेड यूनियन की ओर से किया गया है. इनमें INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, UTUC के अलावा ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स असोसिएशन (AIBOA), BEFI, INBEF, INBOC और बैंक कर्मचारी सेना महासंघ जैसे बड़े यूनियन शामिल हैं.
किन क्षेत्रों में दिख रहा है असर
भारत बंद का असर मुख्य रूप से बैंकिंग और ट्रांसपोर्ट क्षेत्र में दिखाई दे रहा है, जो सीधे तौर पर आम व्यक्ति को प्रभावित करती है. आज कई बैंकिंग बंद हैं, जिनमें पब्लिक सेक्टर के बैंक भी शामिल हैं. इसके अलावा जगह-जगह ट्रेन, बस को रोका जा रहा है और हाइवे पर जाम लगाया जा रहा है.