केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार 'कोलगेट' जांच को लेकर पैदा हुए विवाद की बलि चढ़ सकते हैं . कांग्रेस सूत्रों के हवाले से खबर है कि अश्विनी कुमार 6 मई से पहले इस्तीफा दे सकते हैं.
गौरतलब है कि 6 मई को सीबीआई को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करना है, जिसमें वह स्टेटस रिपोर्ट में किए गए बदलाव के बारे में जानकारी देगी.
सूत्रों की मानें तो कानून मंत्री अश्विनी कुमार की यूपीए सरकार से छुट्टी लगभग तय है. मौजूदा स्थिति यह है कि कानून मंत्री सरकार में अलग-थलग पड़ चुके हैं. पीएम को छोड़कर उन्हें किसी का भी समर्थन प्राप्त नहीं है.
वहीं, सीबीआई सूत्रों ने यह जानकारी दी है कि जांच एजेंसी ने सुप्रीम कोर्ट ने बंद लिफाफे में जो हलफनामा दायर किया है उसमें कानून मंत्री से मुलाकात के बाद जांच प्रक्रिया में किसी तरह के बदलाव न किए जाने की बात तो की है, पर यह भी माना है कि सीबीआई को स्टेटस रिपोर्ट में उन जगहों पर बदलाव करने के लिए कहा गया था जिसमें सरकार की नीतियों और कोयला ब्लॉक आवंटन की प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए थे.
इस बीच, कानून मंत्री बुधवार को कांग्रेस की क्विक रिस्पॉस टीम से मिले. अश्विनी कुमार ने इस टीम को कोलगेट और सीबीआई मुद्दे पर जानकारी दी. बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा, 'यह पार्टी की अंदरुनी बैठक थी. अश्विनी कुमार कानून मंत्री ही नहीं, कांग्रेस पार्टी के सदस्य भी हैं.'