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आसाराम खुद को कहते हैं 'दबंग बापू'

ट्रस्‍ट के जरिये छपी किताब में आसाराम को दबंग कहा गया है. इतना ही नहीं, आसाराम कि इस किताब 'हे वीर आगे बढ़ो' में आसाराम के जीवन की घटना को दबंगई का स्‍वरूप देते हुए आसाराम को 'दबंग बापू' कहा है.

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आसाराम
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क्या खुद को संत कहलाने वाला आसाराम एक दबंग है? यह हम नहीं खुद आसाराम के ट्रस्ट ने ऐसा कहा है. इस किताब का नाम है- 'हे वीर आगे बढ़ो', जिसमें आसाराम को 'दबंग बापू' कहा गया है.

इस किताब में आसाराम के जीवन में घटी हर एक घटना को दबंग का स्वरूप दिया गया है. इस किताब में लिखा गया है कि 'ऐसा कोई नाम याद करना चाहें, जिनका सब कुछ दबंग हो तो जो नाम मुख पर आता है, वह है आध्यात्मिक गुरु पूज्य संत श्री आशाराम जी बापू!'

इस किताब में आसाराम के जन्म को दबंग प्राकट्य, बाल्यावस्था को दंबग बाल्यकाल, युवावस्था को दंबग युवावस्था, दबंग चुनौती, दबंग मुहब्बत, दबंग सत्संग, दंबग प्रेरणास्त्रोत और उनके साथ 29 अगस्त 2012 को गोधरा में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश को दबंग चमत्कार के तौर पर दिखाया गया है.

आसाराम ने अपनी इस किताब के आखिरी पन्ने पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिव राजसिंह चौहान, केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई बड़े नेता उनके पैर छू रहे हैं. इस किताब में कई तस्‍वीरें छपवाकर आसाराम की दबंगई दिखाने की कोशिश की गई है.

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