आंध्रप्रदेश में चक्रवाती तूफान में लैला की चपेट में आकर समंदर में गए 35 मछुआरे लापता हो गए हैं. ये मछुआरे चेतावनी जारी होने से पहले ही समुद्र में गए थे. कुल 100 मछुआरे समुद्र में गए थे जिनमे से 35 लापता हो गए हैं और उनकी तलाश की जा रही है.
100 में से 40 मछुआरे तो खुद ही लौट आए लेकिन 60 लोग तूफान में फंस गए. उनमे से 25 लोग एक छोट टापू पर मिले जिन्हें वहां से निकाल लिया गया. दूसरी ओर आंध्र प्रदेश में गुरुवार सुबह चक्रवात लैला के गुजरने की आशंका के बीच प्रशासन ने पूरे तटीय क्षेत्र में हाई एलर्ट जारी कर दिया है और संवेदनशील इलाकों से लोगों को हटाने का काम जारी है.
राज्य के मुख्यमंत्री के रोसैया ने इस संबंध में एक उच्च स्तरीय बैठक करने के बाद नौ तटीय इलाकों के मंत्रियों को तत्काल अपने अपने संबंधित क्षेत्रों में पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी करने का निर्देश दिया.
रोसैया ने कहा, ‘लैला प्रकाशम से विशाखापत्नम तक के तटीय इलाकों में तबाही मचा सकती है. हमें हाई एलर्ट पर रहना होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इससे किसी प्रकार के जानमाल का नुकसान न हो’.
उन्होंने संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों से संवेदनशील इलाकों के लोगों को हटाने का निर्देश देते हुए कहा, ‘जरूरत हो तो सेना के जवानों की भी मदद लीजिए. लेकिन यह सुनिश्चित कीजिए कि कोई समस्या न आए’. लैला के खतरे को देखते हुए प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी तटीय इलाकों की ओर बढ़ गए हैं. गुरुवार के इस संभावित खतरे के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल को अराकोनत से कृष्णा और पश्चिमी गोदावरी जिलों की ओर भेज दिया गया है.