नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान के साथ मैंगलोर में हुई दुर्घटना में 158 लोगों की मौत हुई और आठ लोग जीवित बचे. उन्होंने जानकारी दी कि दुर्घटना स्थल से अब तक 125 शव बरामद हुए हैं और विमान का पूरा मलबा भी मिल गया है.
पटेल ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 1,60,000 अमेरिकी डॉलर का मुआवजा दिया जायेगा. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय और एयर इंडिया की ओर से जांच की जा रही है. हालांकि उन्होंने दुर्घटना के कारणों के बारे में कुछ भी बोलना से इंकार करते हुए कहा कि यह जल्दबाजी होगी.
पटेल ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के दोनों चालकों को कई घंटों की उड़ान का अनुभव था. उन्होंने कहा कि मैंगलोर पर रनवे में घषर्ण की पर्याप्त स्थिति थी. विमान रनवे पर उतरने के बाद फिसलकर एक टीले से जा टकराया क्योंकि वहां उतरने के बाद की जगह कम थी.
पटेल ने कहा कि दोनों विमान चालकों ने मैंगलोर में कई बार विमान उतारा था और वहां से उड़ान भरी थी. हवाई अड्डा उनके लिये नया नहीं था. उन्होंने कहा कि विमान का एक पंख कंक्रीट से बने ‘लोकलाइजर इंस्ट्रूमेंट’ से जा टकराया और वहीं पर गिर गया. लोकलाइजर’ रनवे क्षेत्र के अंत में 90 मीटर की दूरी पर स्थित था. विमान 200 से 300 मीटर की खाई में गिर गया लेकिन उसमें तुरंत आग नहीं लगी.
नागरिक उड्डयन मंत्री ने बताया कि विमान और रनवे, दोनों ही डीजीसीए की ओर से प्रमाणित थे. विमान महज ढ़ाई वर्ष पुराना था. पटेल ने कहा कि रनवे, एटीसी, विमान चालक और दृश्यता, सभी पैमाने सामान्य प्रतीत हुए और वहां कोई बारिश नहीं हो रही थी.