प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर सौदे में 360 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत दिये जाने की जांच के मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एस.पी. त्यागी और 20 अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया.
पूर्व में इस सौदे में विदेशी विनिमय कानूनों के तहत मामला दर्ज कर चुकी एजेंसी ने बिचौलियों और अन्य लोगों को दी गई रिश्वत की राशि का पता लगाने के लिए एक आपराधिक मामला दर्ज करने का निर्णय किया है. सीबीआई ने मार्च, 2013 में अपने एफआईआर में इसका जिक्र किया था.
एक साल से अधिक पुरानी सीबीआई की शिकायत का संज्ञान लेते हुए एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून के प्रावधानों के तहत अपनी आपराधिक शिकायत में त्यागी, उनके परिजनों, यूरोपीय नागरिकों. कालरे गेरोसा, क्रिस्टियन माइकल व गुइदो हैश्के, चार कंपनियों. इटली स्थित फिनमेकैनिका, ब्रिटेन स्थित अगस्तावेस्टलैंड व चंडीगढ़ स्थित आईडीएस इन्फोटेक व एयरोमैट्रिक्स, मारीशस व ट्यूनीशिया की दो कंपनियों, कुछ अन्य फर्मों एवं अज्ञात व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया है.
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मामले में कुल 21 इकाइयों को नामजद किया गया है. सूत्रों ने कहा कि ईडी के जांचकर्ता इटली से अदालती दस्तावेज हासिल करने के लिए कानूनी माध्यमों का इस्तेमाल करेंगे.
उन्होंने कहा कि एजेंसी जल्द ही इन लोगों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू करेगी, भले ही उसने इटली सहित कुछ यूरोपीय देशों को अनुरोध पत्र या न्यायिक अनुरोध भेज दिया है.