अन्नाद्रमुक (AIADMK) की नवनियुक्त जनरल सेक्रेटरी शशिकला जल्द ही तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बन सकती हैं. जनरल सेक्रेटरी बनाने के बाद पार्टी के शीर्ष नेता उन्हें राज्य की मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम कर रहे हैं. शशिकला नटराजन जो विवेकानंदन क्रिश्नावेनी शशिकला हो गई, 31 दिसंबर 2016 को पार्टी का महासचिव बनाया गया था. उन्हें 2 जनवरी को प्रभार संभालना था, लेकिन उनके एक करीबी ने सलाह दी की अगर वो 31 दिसंबर को पद संभालती हैं तो उनके कार्यकाल में एक साल और जुड़ जाएगा.
पार्टी की स्थायी महासचिव जयललिता का 5 दिसंबर को निधन हो गया. इसके बाद पार्टी के प्रमुख नेताओं ने शशिकला को ये पद ग्रहण करने के लिए बोला. वरिष्ठ नेताओं सेनगोट्टएयां और मधुसुधन्न ने शशिकला को पद स्वीकार करने के लिए कहा. बाद में अन्य मंत्री और विधायक भी इसमें शामिल हो गए. अंत में 2700 महासचिवों और 300 कार्यकारी सचिवों ने शशिकला को 'सर्वसम्मति' से अपना नेता चुना. अन्नाद्रमुक के शीर्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद बड़े भावुक अंदाज में उन्होंने कहा, ‘अम्मा हमेशा मेरे दिल में रहेंगी.’ उन्होंने इस मौके पर कहा कि पिछले 33 वर्षों में वह पार्टी की बैठकों में जयललिता के साथ रही हैं और अन्नाद्रमुक कई वर्षों तक शासन करेगी.
थम्बीदुरई ने की शशिकला से अपील
अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता एम थम्बीदुरई ने पार्टी की नव नियुक्त महासचिव वीके शशिकला से तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनने की अपील करते हुए कहा कि पार्टी और सरकार दोनों जगह नेतृत्व एक ही व्यक्ति के हाथ में होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अपना घर संभालने के नजरिए से सरकार और पार्टी का नियंत्रण एक ही व्यक्ति के हाथ में होना चाहिए. थम्बीदुरई ने अन्नाद्रमुक प्रमुख से उनकी गुरू जे जयललिता के पोस गार्डन आवास पर मुलाकात की और उनसे मुख्यमंत्री बनने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि शशिकला का मुख्यमंत्री बनना स्वाभाविक और उचित होगा. अन्नाद्रमुक के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो 12 जनवरी को शशिकला ये पद ग्रहण कर सकती हैं.
पक्ष में आया फैसला तो अगले ही दिन बनेंगी सीएम
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक गन्नीशंकरन ने इस कदम का स्वागत किया है. पिछले 20 साल से इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि कैसे पार्टी में उनकी चलती है. जयललिता के जिंदा होने पर भी उनका दखल होता था. वहीं डीएमके के प्रवक्ता ने कहा कि हमारे पास पहले से ही एक मुख्यमंत्री है और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो कैबिनेट में है उसे दूर फेंका जा रहा है. शशिकला की राह में सिर्फ एक बाधा आय से अधिक संपत्ति वाला मामला है. उम्मीद के मुताबिक फैसले 11 जनवरी को आ सकता है. अगर फैसले पक्ष में आया, तो अगले ही दिन शशिकला मुख्यमंत्री हो सकती हैं. सुप्रीम कोर्ट में आय से अधिक संपत्ति का मामला भी लंबित है जिसमें शशिकला अभियुक्त नंबर दो हैं.