देश की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री आरुषि-हेमराज हत्याकांड में सीबीआई का खेल खत्म होने के करीब आ गया है. जेल में बंद आखिरी आरोपी राजकुमार भी सोमवार की शाम गाजियाबाद के डासना जेल से रिहा हो गया. रिहा होते ही उसने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई और कहा कि सीबीआई ने उसे सरकारी गवाह बनने की एवज में मकान देने और मॉडलिंग के ऑफर दिलवाने का वादा किया था. सीबीआई चाहती थी कि राजकुमार आरुषी-हेमराज की हत्या का चश्मदीद बन जाए.
इससे पहल इस हत्याकांड के दो अन्य, आरोपियों कृष्णा और विजय मंडल, को अदालत ने पहले ही सबूतों के अभाव में जमानत दे दी है. सीबीआई इस मामले में अभी तक कोई आरोपपत्र दाखिल नहीं कर पाई और अदालत ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए सभी आरोपियों को जमानत दे दी. आरुषि के पिता डा. राजेश तलवार को सीबीआई से पहले ही क्लीन चिट मिल जाने के बाद अदालत ने जमानत दे दिया है.