गंगा में डुबकी से आपको कैंसर हो सकता है. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा की सफाई पर जोर देने की बात कह चुके हैं, लेकिन लगता है कि इस दिशा में तेजी से और अपेक्षा से ज्यादा काम किए जाने की जरूरत है.
'द डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी नेशनल सेंटर फॉर कंपोजीशनल कैरेक्टराइजेशन ऑफ मैटीरियल्स' (NCCM)
ने गंगा के वॉटर सैंपल की जांच की है. जांच में पानी में कैंसर कारक तत्व पाए गए. ये वॉटर सैंपल जनवरी 2013 में हुए
कुंभ मेले के दौरान लिए गए थे. एनसीसीएम भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) के अंतर्गत काम करती है.
जहरीला तत्व 50 गुना ज्यादा
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, श्रद्धालुओं ने पूजा के लिए जो गंगाजल लिया था उसमें 'क्रोमियम 6' पाया गया. एनसीसीएम के प्रमुख डॉ. सुनील जय
कुमार कहते हैं, 'क्रोमियम जरूरी भी है, पर जहरीला भी. इसका जहरीला रूप 'हेक्सावेलेंट क्रोमियम' कहलाता है.
हमने कुंभ मेले के दौरान लिए गए गंगा जल में इसकी मात्रा जांची. इसकी मात्रा सामान्य से करीब 50 गुना ज्यादा थी.'
क्रोमियम की इतनी ज्यादा मात्रा के संपर्क में आने पर कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जिनमें कैंसर भी शामिल
है.
ऐसा माना जा रहा है कि गंगा में इस जहरीले तत्व की अधिकतर मात्रा कानपुर की फैक्ट्रियों से आ रही है. हालांकि
राहत की बात यह है कि एनसीसीएम का कहना है कि ऐसी तकनीक है, जिससे इस जहरीले तत्व को पानी से साफ
किया जा सकता है.
बताया जा रहा है कि सरकार ने पानी साफ करने की तकनीक कंपनियों को हस्तांतरित कर दी
है. यह सस्ते में आम जनता के लिए उपलब्ध होगी.