राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने मध्य एशिया के साथ द्विपक्षीय व्यापार और संपर्क बढ़ाने के लिए अपने इलाके और बंदरगाह के इस्तेमाल की पेशकश की और पाकिस्तान में प्रशिक्षित उइगर उग्रवादियों पर अंकुश लगाने में उनके देश के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया. चीन का आरोप है कि यह उग्रवादी शिनच्यांग प्रांत में कई हमलों के लिए जिम्मेदार हैं.
जरदारी इस समय अपनी तीन दिवसीय चीन यात्रा के तहत उसके समस्याग्रस्त पूर्वोत्तर प्रांत शिनच्यांग के दौरे पर हैं. पिछले तीन वर्ष में चीन की यह उनकी सातवीं सरकारी यात्रा है. उन्होंने शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाकात के दौरान आतंकवाद और उग्रवाद को उखाड़ फेंकने की पाकिस्तान की वचनबद्धता दोहराई.
चांग शुनच्यांग के नेतृत्व वाले शिनच्यांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र के राजनीतिक नेताओं, सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना के शिनच्यांग मामलों के प्रभारी के साथ मुलाकात के दौरान जरदारी ने आतंकवाद, उग्रवाद, अलगाववाद जैसी बुराइयों से निपटने में पाकिस्तान के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया. पाकिस्तान की सरकारी संवाद समिति एपीपी ने यह जानकारी दी.
पाक राष्ट्रपति की यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि काशघर शहर की स्थानीय सरकार ने एक अगस्त को आरोप लगाया था कि ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट के उग्रवादियों को प्रांत पर हमले करने के लिए पाकिस्तान के आतंकी शिविरों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जरदारी मंगलवार को उरमुकी पहुंचे और उन्हें चीन द्वारा आयोजित पहले चीन-यूरेशिया एक्सपो में हिस्सा लेना है. वह चीन के उप प्रधानमंत्री ली काकिंग से भी मिलेंगे, जिनके 2013 में प्रधानमंत्री वेन च्यापाओ का स्थान लेने की उम्मीद है.
इस दौरान जरदारी ने कहा, ‘हम चीनी व्यापार के लिए अपने क्षेत्र और बंदरगाहों के इस्तेमाल की पेशकश करते हैं.’ उन्होंने पाकिस्तान और काशघर के बीच हवाई संपर्क स्थापित करने की जरूरत भी बताई.