पांच बार के फार्मूला वन चैम्पियन माइकल शूमाकर ने स्वीकार किया कि दूसरी पारी में वह अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर सके लेकिन जर्मनी के इस महान रेसर ने वापसी का इरादा जताते हुए कहा कि उन्हें सिर्फ जीत का स्वाद ही पसंद है.
2000 से 2004 तक लगातार पांच खिताब जीतने वाले शूमाकर पिछले साल मर्सीडीज टीम के साथ एफवन सर्किट पर लौटे. उनके युवा हमवतन सेबेस्टियन वेट्टल लगातार दो ड्राइवर चैम्पियनशिप खिताब जीतकर दबदबा बनाये हुए हैं.
अब तक 261 स्टार्ट में से 91 रेस जीत चुके 42 वर्षीय शूमाकर दूसरी पारी में अभी तक पोडियम फिनिश हासिल नहीं कर सके हैं. पिछले साल वह तीन बार चौथे स्थान पर रहे और इस साल भी कनाडा ग्रां प्री में चौथे स्थान पर रहे.
यह पूछने पर कि वापसी के बाद औसत प्रदर्शन से क्या उनकी छवि खराब हुई है, शूमाकर ने कहा कि समय के साथ अच्छे नतीजे भी आयेंगे.
उन्होंने रविवार को होने वाली पहली इंडियन ग्रां प्री के लिये भारत पहुंचने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘हमने ऐसा नहीं सोचा था. हमें अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी. हम रेस जीतना चाहते थे लेकिन हमें संयम से काम लेना होगा.’
उन्होंने कहा, ‘हम बेहतर प्रदर्शन की कोशिश कर रहे हैं. शीर्ष पर पहुंचने की प्रक्रिया होती है. यही मेरा लक्ष्य है. मुझे सिर्फ जीत का स्वाद ही पसंद है.’ इंडियन ग्रां प्री के बारे में उन्होंने कहा कि अभी तक उन्होंने बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट देखा नहीं है.