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मोदी का समर्थन करने वाले मंत्री आरएसएस की शरण में

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में प्रदेश भाजपा की ओर से आवाज बुलंद करने वाले नीतीश सरकार में पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री गिरिराज सिंह ने अकेले पड़ने के बाद अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शरण ली है.

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गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में प्रदेश भाजपा की ओर से आवाज बुलंद करने वाले नीतीश सरकार में पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री गिरिराज सिंह ने अकेले पड़ने के बाद अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शरण ली है.

प्रधानमंत्री पद के लिए धर्मनिरपेक्ष (सेक्‍यूलर) उम्मीदवार की चर्चा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा छेड़े जाने के बाद इसे नरेंद्र मोदी के खिलाफ किये गये वार मानकर गिरिराज ने लगातार भाजपा की ओर से अभियान छेड़ रखा हैं.

गिरिराज ने भाजपा में अकेले पड़ने के बाद शुक्रवार रात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पटना कार्यालय जाकर क्षेत्रीय प्रचारक स्वतंत्र कुमार और प्रांत प्रचारक अनिल ठाकुर से मुलाकात की. संघ सूत्रों ने बताया कि सेक्‍यूलर उम्मीदवार की चर्चा के बाद भाजपा और जदयू के बीच चल रहे वाकयुद्ध के बाद राजनीतिक हालात के बारे में गिरिराज ने आरएसएस को जानकारी दी और समर्थन की मांग की.

इस संबंध में पूछे जाने के बाद गिरिराज सिंह ने आरएसएस के नेताओं से मुलाकात की और पुष्टि करते हुए बताया कि यह बातचीत करीब दो घंटे तक चली. पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि आरएसएस नेतृत्व ने समर्थन का भरोसा दिया है और प्रदेश नेतृत्व के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है, जिसमें राज्य में राजनीतिक हालात पर चर्चा होगी.

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सूत्रों ने बताया कि एक अन्य घटना में भाजपा के वरिष्ठ नेता और राजग के संयोजक नंदकिशोर यादव ने शुक्रवार रात गिरिराज सिंह से मुलाकात की और उन्हें संयमित रहने का परामर्श दिया. समझा जाता है कि यादव ने गिरिराज सिंह को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ संयमित रुख अपनाने को कहा है. ‘सेक्‍यूलर उम्मीदवार प्रकरण’ के बाद गिरिराज सिंह भाजपा कोटे से इकलौते मंत्री हैं, जो जदयू के खिलाफ हमला जारी रखे हुए हैं.

उन्होंने नीतीश को परोक्ष रूप से ‘छद्म सेक्‍यूलरवादी’ कहा था. इसके बाद वह नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई 19 जून को कैबिनेट की बैठक में विरोधस्वरूप शामिल नहीं हुए. प्रदेश भाजपा नेतृत्व के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बीते 20 जून को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के घर पर हुई भाजपा नेताओं की बैठक में भी वह भाग लेने नहीं गये थे.

जदयू और भाजपा के नेताओं के बीच राजनीतिक बयान से खलबली मची हुई है. सेकुलर उम्मीदवार को लेकर छिड़ी चर्चा ने अब अन्य मुद्दों पर टकराव को जन्म दिया है. राष्ट्रपति उम्मीदवार, महंगाई पर आंदोलन को लेकर भी दोनों दल आपस में टकराव रहे हैं, जिससे बिहार में गठबंधन के टूटने के कयास लगाये जा रहे हैं.

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