कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री वसंत साठे का आज हृदयाघात से निधन हो गया. वह 86 वर्ष के थे. उन्होंने शाम सीने में दर्द की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
डॉक्टरों के अनुसार उनका निधन शाम सात बजकर 50 मिनट पर हुआ. पेशे से वकील साठे इंदिरा गांधी की कैबिनेट में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री के पद पर रहे थे.
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने साठे के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
प्रतिभा ने कहा, ‘मैं साठे की निधन से बेहद शोकाकुल हूं.’ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा, ‘वसंत साठे पार्टी के वरिष्ठ नेता थे जो अपने खुले विचारों के लिए जाने जाते थे.’ साठे का जन्म महाराष्ट्र के नासिक में पांच मार्च 1925 में हुआ था.
वह वर्ष 1972 में अकोला से तथा वर्ष 1980 से 91 तक वर्धा से लोकसभा के सांसद रहे.
कांग्रेस के दिग्गज नेता वसंत साठे का शव ‘अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)’ को दान कर दिया जाएगा. साठे के दामाद उदय बोधांकर ने बताया कि उनकी इच्छानुसार उनका शव कल एम्स को दान कर दिया जाएगा.