शीषर्क्रम के बल्लेबाजों की नाकामी के बाद गेंदबाजों के दिशाहीन प्रदर्शन के कारण भारत को त्रिकोणीय एक दिवसीय क्रिकेट श्रृंखला के फाइनल में आज श्रीलंका के हाथों चार विकेट से पराजय का सामना करना पड़ा. एक दिवसीय क्रिकेट में नंबर एक बनने का सपना संजोने वाली भारतीय टीम से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन वह 48.2 ओवर में 245 रन ही बना सकी. सुरेश रैना (106) और रविंदर जडेजा (38) के बीच यदि 106 रन की साझेदारी नहीं हुई होती तो हालात और शर्मनाक रहते. श्रीलंका ने जवाब में 48.3 ओवर में छह विकेट पर 249 रन बनाये. उनके लिये तिलकरत्ने दिलशान(49) और कुमार संगकारा (55) ने जीत की नींव रखी और इसे अंजाम तक पहुंचाया महेला जयवर्धने ने जिसने टीम के लिए 71 रन बनाए. श्रीलंका की शुरूआत बेहद खराब रही. आशीष नेहरा की तीसरी ही गेंद पर स्लिप में विराट कोहली ने उपुल थरंगा का कैच लपका जब उन्होंने खाता भी नहीं खोला था. संगकारा हालांकि इन हालात से कई बार गुजर चुके हैं जिन्होंने तिलकरत्ने दिलशान के साथ 92 रन जोड़कर टीम को जीत की राह पर लौटाया. धोनी ने युवराज सिंह को गेंद सौंपी जिसने दिलशान को पहली ही गेंद पर विकेट के पीछे लपकवाया. हरभजन सिंह ने इसके बाद संगकारा और तिलिना कंदांबी को 18 रन के निजी स्कोर पर पेवेलियन भेजा जबकि जडेजा ने तिलन समरवीरा को 27 रन के निजी स्कोर पर आउट किया. नेहरा के ग्रोइन की चोट के कारण मैदान छोड़ने के कारण धोनी के पास ज्यादा विकल्प नहीं रह गए थे जबकि श्रीलंकाई बल्लेबाज पूरी सहजता के साथ लक्ष्य तक पहुंच गए. इससे पहले रैना ने 106 रन की पारी खेलकर अकेले दम पर भारत को 245 रन तक पहुंचाया. पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई भारतीय टीम का शीषर्क्रम 11वें ओवर तक पवेलियन लौट चुका था. इसके बाद रैना ने टीम को संकट से निकाला. जडेजा के 45वें ओवर में आउट होने के बाद रैना ने कुछ शानदार शाट खेले जिसमें आफ स्पिनर सूरज रणदीव को जड़ा छक्का शामिल है. उसने तिसारा परेरा की गेंद पर 44वें ओवर में दो रन लेकर शतक पूरा किया. उसने 115 गेंद की अपनी पारी में 10 चौके और एक छक्का जड़ा. रैना ने 87वें मैच में तीसरा एक दिवसीय शतक जड़ने के साथ रविंदर जडेजा के साथ छठे विकेट के लिये 106 रन जोड़े. रैना 46वें ओवर में आउट हुए. उसके बाद हरभजन सिंह 11, जहीर खान 16 और एस श्रीसंत चार रन बनाकर पैवैलियन लौट गए. इस तरह भारतीय पारी 48.2 ओवर में सिमट गई. श्रीलंकाई गेंदबाजों ने पिच से मिल रही स्विंग और उछाल का फायदा उठाते हुए भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया. श्रीलंका के लिये तेज गेंदबाज नुवान कुलशेखरा और चानका वेलेगेदारा ने क्रमश: चार और तीन विकेट लिये.