असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने शनिवार को स्वीकार किया कि उनकी सरकार के लगभग सभी विभाग में भ्रष्टाचार है और इसके साथ ही उन्होंने व्यवस्था को दुरुस्त करने पर जोर दिया.
तीन बार असम के मुख्यमंत्री रह चुके गोगोई ने कहा, 'मैंने कभी नहीं कहा है कि सरकार में भ्रष्टाचार नहीं है. लगभग सभी विभागों में भ्रष्टाचार है. हमें भ्रष्टाचार रोकने के लिए व्यवस्था को चुस्त करने की जरूरत है.'
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए ई-गवर्नेंस, आरटीआई कानून, सत्ता का विकेंद्रीकरण और लोगों के सशक्तीकरण पर जोर दे रही है.
इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के आंदोलन के बारे में पूछे जाने पर गोगोई ने कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी भी आंदोलन का समर्थन करते हैं, लेकिन आईएसी द्वारा किए जा रहे आंदोलन का नहीं.
गोगोई ने कहा, 'भ्रष्टाचार के खिलाफ आईएसी के आंदोलन को भ्रष्ट लोगों का समर्थन प्राप्त है.' उन्होंने यह भी कहा कि इस समूह का आंदोलन राजनीति से प्रेरित भी है.
गोगोई ने हाल में गुवाहाटी में हुई उस रैली पर भी निशाना साधा, जिसमें अन्ना हजारे ने हिस्सा लिया था. उन्होंने कहा कि आयोजकों को इस पर नजर रखनी चाहिए कि आयोजनों को आर्थिक मदद कौन दे रहा है. कहीं वे भ्रष्ट व्यापारी तो नहीं हैं.
गोगोई ने कहा, 'अखबार की खबरों में कहा गया है कि कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) द्वारा आयोजित रैली में लगभग 20,000 लोगों ने हिस्सा लिया था. यदि किसान खुद चलकर रैली में आए तो हमें इस बारे में कुछ नहीं कहना है, लेकिन यदि वे खुद से आए हैं, तो इसका अर्थ यह भी होता है कि असम में किसानों की दशा वाकई में अच्छी है.'