सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट से क्षुब्ध आरुषि तलवार के अभिभावकों ने कहा है कि आगे की कार्रवाई करने से पहले वे अपने वकील से सलाह लेंगे.
आरुषि की मां नूपुर तलवार ने कहा, ‘‘हमारे वकीलों ने अभी तक क्लोजर रिपोर्ट नहीं देखी है, इसलिए हम कुछ नहीं कह सकते. एक मां के तौर पर मैं कह सकती हूं कि जब तक मामला आगे नहीं बढ़ता, हमें शांति नहीं मिलेगी.’’ उन्होंने यह भी कहा कि वे जांच एजेंसी के निदेशक से मिलने का समय मांगेंगी, क्योंकि उन्हें इस तरह के कदम की उम्मीद नहीं थी.
नूपुर तलवार ने कहा, ‘‘हम उनसे (सीबीआई निदेशक) मिलने का समय मांगेंगे. मुझे उम्मीद है कि वे हमसे मिलेंगे. करीब दो वर्ष पहले आरुषि की हत्या से पूरा देश हिल गया था.
आरुषि के पिता राजेश तलवार ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि ‘‘सबसे बड़ी जांच एजेंसी इस तरीके से मामले को बंद कर देगी. सीबीआई में हमारा विश्वास है.’’ नूपुर ने जांच को भोथरा करने के लिए नोएडा पुलिस को जिम्मेदार ठहराया.
दंपति ने कहा कि वे अपने वकील से मिलेंगे और फिर क्लोजर रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई का निर्णय करेंगे. उन्होंने कहा कि सीबीआई को अपनी जांच अवश्य पूरी करनी चाहिए. झूठ पकड़ने और ब्रेन मैपिंग जैसे कई वैज्ञानिक जांचों सहित सीबीआई जांच के बारे में राजेश ने कहा, ‘‘हमने हर बात का स्वागत किया’’ ताकि मामले को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जा सके.{mospagebreak}
राजेश तलवार ने कहा, ‘‘तंत्र ने हमें पूरी तरह निराश किया है. पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया और अब सीबीआई ने.’’ सीबीआई ने बुधवार को अदालत में साक्ष्य उपलब्ध नहीं होने के आधार पर आरुषि दोहरे हत्याकांड की क्लोजर रिपोर्ट दायर की थी.
चौदह वर्षीय आरुषि की 15-16 मई 2008 की रात को उसके नौकर हेमराज के साथ हत्या कर दी गई थी. हेमराज का शव घर की छत पर पाया गया था. करीब ढाई वर्ष की जांच के बाद सीबीआई ने कहा कि किसी भी तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचना असंभव है, क्योंकि अपराधस्थल पर ठोस फॉरेंसिक साक्ष्यों का अभाव है और केस को बंद करने का निर्णय किया गया है.