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सत्‍य साईं बाबा का निधन, शोक की लहर

आध्‍यात्मिक गुरु सत्‍य साईं बाबा का निधन हो गया है. सत्‍य साईं के निधन की आधिकारिक पुष्टि की जा चुकी है.

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सत्‍य साईं बाबा का निधन
सत्‍य साईं बाबा का निधन

आध्‍यात्मिक गुरु सत्‍य साईं बाबा का निधन हो गया है. सत्‍य साईं के निधन की आधिकारिक पुष्टि की जा चुकी है.

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सत्‍य साईं बाबा का निधन रविवार सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर हुआ. पिछले एक माह से अस्‍पताल में भर्ती थे. सुबह के वक्‍त ही उनके परिजन उनके दर्शन के लिए अस्‍पताल पहुंचे. पहले स्‍थानीय टीवी चैनलों ने खबर दी कि सत्‍य साईं का निधन हो चुका है. इसके थोड़ी देर बाद उनके निधन की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई.

दुनियाभर में अपना आध्यात्मिक प्रभाव फैलाने वाले श्री सत्य साईं बाबा का रविवार सुबह आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में हृदय और श्वसन तंत्र के निष्क्रिय होने के चलते निधन हो गया.

86 वर्षीय सत्य साईं बाबा ने श्री सत्य साईं इंस्टीट्यूट ऑफ हायर मेडिकल साइंसेस में सुबह 7.40 बजे अंतिम सांस ली. यह जानकारी संस्थान के निदेशक ए.एन. सफाया ने अस्पताल के बुलेटिन में दी.

बुलेटिन के अनुसार, ‘‘भगवान श्री सत्य साईबाबा अब शारीरिक रूप में हमारे साथ नहीं हैं. उन्होंने हृदय और श्वसन तंत्र निष्क्रिय होने के बाद 24 अप्रैल, 2011 को सुबह 7.40 बजे शरीर त्याग कर दिया.’’

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बुलेटिन में कहा गया कि उनका पार्थिव शरीर सोमवार और मंगलवार, दो दिन तक साई कुलवंत हॉल में रखा जाएगा और रविवार शाम छह बजे के बाद भक्त दर्शन कर सकेंगे.

बुलेटिन में अनुरोध किया गया है, ‘‘हम सभी से अनुरोध करते हैं कि अस्पताल नहीं पहुंचें, लेकिन शांतिपूर्वक और क्रमबद्ध तरीके से दर्शन प्राप्त करें.’’ हैदराबाद से 450 किलोमीटर दूर पुट्टपर्थी में साईं बाबा के देहावसान की खबर के बाद निराशा का माहौल छा गया. उनके परिजन, चार मंत्री और सरकारी अधिकारी साईं बाबा की हालत बहुत ज्यादा खराब होने की खबर के बाद अस्पताल पहुंच गये.

साईं बाबा की तबीयत और अधिक बिगड़ने की खबरों के बाद सुबह से ही पुट्टपर्थी में पूरी तरह बंद का नजारा था. साईबाबा को 28 मार्च को हृदय और श्वसन संबंधी समस्याओं के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

साईं बाबा के चिंतित भक्तों का सैलाब अस्पताल से छह किलोमीटर दूर उनके आध्यात्मिक स्थल ‘प्रशांति निलयम’ में उमड़ने लगा है, जिनमें शीर्ष नेताओं से लेकर उद्योगपति शामिल हैं. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी बाबा के निधन की खबर सुनने के बाद हैदराबाद से पुट्टपर्थी पहुंच गये हैं.

यहां बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बलों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरीकेड लगाये हैं.

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सत्‍य साईं का जन्‍म 23 नवंबर, 1926 को आंध्र प्रदेश के पुट्टापर्थी में हुआ था. जिस घर में सत्य साईं का जन्म हुआ, वो घर अब एक मंदिर बन गया है.

सत्यनारायण राजू ने 14 साल की उम्र में ही अपने माता-पिता और घर को छोड़कर धार्मिक जीवन की राह पकड़ ली थी. चार साल भ्रमण के बाद जब वो लौटे, तो उन्होंने छह साल तक घर (जहां अब एक शिवालय बना दिया गया है) में रह कर साधना की, पर जैसे-जैसे उनका यश फैलता गया, ये जगह छोटी पड़ती गयी.

बाद में यहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर साईं बाबा का मौजूदा आश्रम प्रसांथी निलयम बनाया गया. जब सत्य साईं की तबीयत बिगड़ी, तबसे यहां पर दिन-रात देसी-विदेशी भक्तों की मौजूदगी में लगातार भजन और कीर्तन जारी है.

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