मुनाफा वसूली ने शेयर बाजारों में पांच दिन से जारी तेजी पर लगाम लगा दिया. रीयल्टी और वाहन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 295 अंक टूटकर बंद हुआ. 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच का दायरा बढ़ने से बाजार की धारणा कमजोर हुई.
पिछले पांच कारोबारी सत्रों में करीब 1,045 अंक मजबूती दर्ज करने वाला सेंसेक्स शुक्रवार को 295.30 अंक की गिरावट के साथ 18,211. 52 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह दिन के निचले स्तर 18,159.82 अंक को छू गया था.
इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 87.50 अंक टूटकर 5,458. 95 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान निफ्टी दिन के निचले स्तर 5,441.95 अंक पर आ गया था.
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि हाल ही में बाजार में आई तेजी के बाद फंडों एवं खुदरा निवेशकों द्वारा उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली से बाजार की धारणा कमजोर हो गई. सेंसेक्स में शामिल 30 में से 25 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए.
बाजार में गिरावट इतनी जबरदस्त थी कि सभी क्षेत्रीय सूचकांक टूटकर बंद हुए जिसमें सबसे अधिक झटका रीयल्टी, वाहन एवं रिफाइनरी सूचकांकों को लगा.