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पेट्रोल की कीमत में वृद्धि का असर, सेंसेक्स 186 अंक गिरा

पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के कारण मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ने की आशंका तथा वैश्विक बाजारों में नरमी के संकेतों के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 186 अंक गिरकर 18,345 अंक पर बंद हुआ.

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पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के कारण मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ने की आशंका तथा वैश्विक बाजारों में नरमी के संकेतों के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 186 अंक गिरकर 18,345 अंक पर बंद हुआ.

मुद्रास्फीति बढ़ने तथा फलस्वरूप ब्याज दर में और वृद्धि हो सकती है और इसका असर कंपनियों के लाभ पर पड़ेगा. रिजर्व बैंक अभी हाल में अपनी वाषिर्क मौद्रिक नीति की घोषणा करते समय अपनी अल्पकालिक ब्याज दरों में आधा आधा प्रतिशत वृद्धि कर चुका है.

कारोबारियों के मुताबिक निवेशक डीजल की कीमत में वृद्धि को लेकर भी आशंकित हैं. डीजल की कीमत में अगले कुछ दिनों में वृद्धि हो सकती है जिससे मुद्रास्फीतिक दबाव और बढ़ेगा. उनका कहना है कि अप्रैल महीने की सकल मुद्रास्फीति में हल्की गिरावट दर्ज की गयी है लेकिन अभी भी यह सामान्य स्तर से अधिक है.

खाद्य एवं विनिर्मित उत्पादों के भाव में नरमी से अप्रैल महीने में सकल मुद्रास्फीति 8.66 प्रतिशत रही. कारोबारियों का यह भी कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) कमजोर वैश्विक रुख के बीच बाजार से पैसा निकालना जारी रख सकते हैं. पिछले दो कारोबारी सत्रों में एफआईआई ने 4,583 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

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तीस शेयरों वाला बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में गिरावट के साथ खुला और कारोबार के दौरान नकारात्मक दायरे में रहा. अंत में यह 186.25 अंक या 1.01 प्रतिशत गिरकर 18,345.03 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 45.75 अंक या 0.83 प्रतिशत गिरकर 5,499.00 अंक पर बंद हुआ.

कुल 13 खंडवार सूचकांक में से 11 में गिरावट देखी गयी. जमीन-जायदाद, धतु, बैंकिंग, एफएमसीजी तथा रिफाइनरी कंपनियों के शेयरों में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गयी. सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने शनिवार को पेट्रोल के दाम में 5 रुपये लीटर की वृद्धि की है. दिसंबर 2008 के बाद यह सर्वाधिक वृद्धि है.

प्रमुख एशियाई बाजारों में गिरावट देखी गयी. जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान, चीन, हांगकांग और सिंगापुर शेयर बाजारों में 0.73 प्रतिशत से लेकर 1.36 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी. दोपहर के कारोबार में यूरोपीय शेयरों में भी गिरावट का रुख था.

आईआईएफएल के शोध प्रमुख अमर अंबानी ने कहा, ‘पेट्रोल के दाम में वृद्धि से निवेशक चिंतित हैं. साथ ही डीजल की कीमत की भी जल्दी ही समीक्षा होनी है. इससे मुद्रास्फीति दबाव बढ़ेगा तथा रिजर्व बैंक दरों में और वृद्धि कर सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘वैश्विक बाजार में कमजोर रुख का भी घरेलू बाजार पर असर पड़ा है. पुन: एफआईआई की बिकवाली से भी चिंता बना हुआ है.’

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सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 26 में गिरावट दर्ज की गयी. जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें बजाज ऑटो (2.72 प्रतिशत), महिंद्रा एंड महिंद्रा (2.71 प्रतिशत), टाटा स्टील (2.64 प्रतिशत), डीएलएफ (2.58 प्रतिशत), ओएनजीसी (2.36 प्रतिशत), आरईएल इंफ्रा (2.10 प्रतिशत), एचडीएफसी (2.01 प्रतिशत), जिंदल स्टील (1.87 प्रतिशत), भारतीय स्टेट बैंक (1.20 प्रतिशत), इंफोसिस टेक (1.05 प्रतिशत) तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज (0.46 प्रतिशत) शामिल हैं. जिन प्रमुख कंपनियों के शेयर लाभ के साथ बंद हुए, उनमें हीरो होंडा, भारतीय एयरटेल, भेल तथा टीसीएस शामिल हैं.

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