उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनउ में एक समाचार चैनल के ब्यूरो प्रमुख से कथित रूप से मारपीट करने के आरोप में दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आज मामला दर्ज किया गया.
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि चैनल आईबीएन-7 के ब्यूरो प्रमुख शलभ मणि त्रिपाठी ने हजरतगंज थाने में अपर पुलिस अधीक्षक बी. पी. अशोक तथा क्षेत्राधिकारी अनूप कुमार के खिलाफ भारतीय दंड विधान (आईपीसी) की धारा 323 (चोट पहुंचाना), 342 (अवैध तरीके से बंधक बनाना), 504 (जानबूझकर अपमान करना) तथा 506 (डराना-धमकाना) के तहत मामला दर्ज कराया है.
पुलिस अफसरों अशोक और कुमार ने त्रिपाठी को कल रात उनके कार्यालय के पास से कथित तौर पर जबरन उठवा लिया था और उनके साथ बदसुलूकी तथा मारपीट की थी. पुलिस ने त्रिपाठी के सहयोगी मनोज राजन को भी पकड़ने की कोशिश की थी. इस घटना से नाराज पत्रकारों ने मुख्यमंत्री मायावती के आवास के बाहर प्रदर्शन किया था.
बाद, में मुख्यमंत्री के सचिव नवनीत सहगल ने आरोपी दोनों पुलिस अधिकारियों के निलम्बन की घोषणा करते हुए त्रिपाठी से उन अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज कराने की गुजारिश की.
इस बीच, विपक्षी पार्टियों ने मीडियाकर्मियों पर पुलिस के हमले की निंदा की है.
भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि मीडियाकर्मियों पर हमले से यह जाहिर होता है कि राज्य में अब कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है.
कांग्रेस की राज्य इकाई की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि वारदात में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिये.