रजनीकांत उन गिने-चुने अभिनेताओं में से एक हैं, जिनके परिचय के लिए सिर्फ उनका नाम ही काफी समझा जाता है. भला उस व्यक्ति का परिचय क्या देना, जिसके इशारों पर दक्षिण भारत के फिल्म उद्योग की अर्थव्यवस्था को दिशा मिलती हो.
हाल में 13 मई को तीसरी बार रजनीकांत की सेहत बिगड़ गई. सांस में तकलीफ़ के साथ-साथ उनके पैरों में सूजन आ गया. इस बार डॉक्टरों ने किडनी की तकलीफ़ बताई. इन नाजुक मोड़ पर राजनीकांत के करोड़ों प्रशंसक उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहे हैं. ऐसे में उनके संक्षिप्त जीवन-वृत पर गौर करना लाजिमी हो जाता है.
रजनीकांत बोले तो स्टाइल, चश्मा पहनने का उनका अंदाज़, सिगरेट उछालकर उसे हवा में जलाने की उनकी अदा, पिस्टल घुमाने का रजनी स्टाइल. पर्दे पर रजनीकांत के होने का मतलब है, स्टाइल, स्टाइल और स्टाइल.
रजनीकांत को दक्षिण का सुपरस्टार कहा जाता है. टॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक वे ऐक्शन किंग के तौर पर मशहूर हैं. रजनीकांत ने तमिल फ़िल्म अपूर्व रागंगल से फ़िल्मी करियर की शुरुआत की. रजनीकांत ने हिंदी फ़िल्मों में भी ख़ूब शोहरत बटोरी. उन्होंने कई विदेशी फ़िल्मों में भी काम किया.
ख़ास बात यह है कि रजनीकांत एक मराठी हैं, फ़िर भी उन्होंने दक्षिण भारत की भाषाओं में काम करके नाम कमाया. रजनीकांत को फिल्म नाल्लावानकु नाल्लावन के लिए बेस्ट तमिल एक्टर का पहला फिल्मफेयर अवार्ड 1984 में मिला. इसके बाद उन्हें फिल्म जगत के कई बड़े पुरस्कारों से नवाजा गया. हिंदी फ़िल्मों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 2000 में पद्मभूषण के ख़िताब से नवाज़ा गया. मशहूर अंतरराष्ट्रीय पत्रिका फ़ोर्ब्स ने पिछले साल रजनीकांत का नाम सबसे असरदार भारतीयों की लिस्ट में शामिल किया.
12 दिसंबर 1949 को एक मराठी परिवार में जन्मे रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है. उनकी शुरुआती ज़िंदगी संघर्षों से भरी रही है. 16 साल की उम्र में उन्हें रोज़ी-रोटी के लिए भटकना पड़ा. शिवाजी राव ने कुली और बस कंडक्टर के तौर पर भी काम किया.
एक दोस्त के ज़रिए उन्हें मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट में दाख़िल होने का मौक़ा मिला और फ़िर रजनी की फ़िल्मी गाड़ी चल निकली. रजनीकांत ने 26 फरवरी, 1981 को 31 वर्ष की अवस्था में लता रंगाचारी से विवाह कर लिया. उनकी दो पुत्रियां हैं- ऐश्वर्या रजनीकांत और सौंदर्या रजनीकांत.
फिल्म जगत में रजनीकांत ने शुरुआत तमिल फिल्म से की थी. धीरे-धीरे वे तमिल फिल्मों के सुपरस्टार बन गए. इतना ही नहीं, उनके बेमिसाल अभिनय ने उन्हें बॉलीवुड में भी अपार कामयाबी दिलाई. फिल्मों में अभिनय के अलावा उन्होंने फिल्मों के लिए पटकथा लेखन भी किया. साथ ही वे सफल फिल्म निर्माता भी बने.
बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ ने रजनीकांत की तारीफ में कहा कि इतना लंबा वक्त बीत गया है रजनी को स्टार बने, लेकिन आज भी वो पहले जैसे ही नर्म, सरल, ईमानदार और जमीन से जुड़े हुए हैं. अमिताभ ने स्वीकार किया कि वे रजनीकांत के गुणों से सदा प्रभावित रहे हैं. अमिताभ ने कहा कि 60 साल के रजनीकांत सही मायनों में धरतीपुत्र हैं.
आज हालत यह है कि रजनीकांत, जैकी चान के बाद एशिया के दूसरे सबसे ज़्यादा फ़ीस लेने वाले ऐक्टर बन गए हैं. 2007 में आई फ़िल्म शिवाजी के लिए उन्हें 26 करोड़ रुपए मिले.
अध्यात्म और राजनीति में भी रजनीकांत की गहरी दिलचस्पी रही है. काम को लेकर जुनून ऐसा कि 62 साल की उम्र में भी वे फ़िल्मों में हीरो की भूमिका अदा कर रहे हैं. तबीयत बिगड़ने से पहले वे फ़िल्म राणा की शूटिंग में मसरूफ़ थे.
रजनीकांत के प्रशंसक उनकी सलामती के लिए दुआ कर रहे हैं. इसी मकसद से तंजावुर में यज्ञ और वैदिक मंत्रों का जाप किया गया. अच्छी बात ये है कि डॉक्टरों के मुताबिक दवाइयां उन पर असर कर रही हैं.
स्टाइल किंग सुपरस्टार को जाने किसकी नज़र लग गई कि तीन हफ़्ते में उन्हें तीसरी बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. 29 अप्रैल को जब रजनीकांत चेन्नई में फ़िल्म राना की शूटिंग कर रहे थे, तभी उन्होंने उल्टी की शिक़ायत की. फटाफट उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने पेट में इन्फेक्शन बताया, लेकिन शाम होते होते उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई. बहरहाल रजनीकांत के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.