राजधानी दिल्ली में इस साल वायु प्रदूषण पिछले साल की अपेक्षा कम रहा, लेकिन धमाकेदार पटाखों के अधिक इस्तेमाल के कारण ध्वनि प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई.
दिल्ली सरकार और केंद्री प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस दीपावली के दिन हवा में मौजूद प्रदूषकों के स्तर में काफी कमी थी.
सीपीसीबी ने शहर में सात जगहों पर हवा की जांच की और नौ जगहों पर ध्वनि के स्तर की जांच की. इसके अलावा दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग ने भी पांच जगहों पर हवा की जांच की.
बोर्ड की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार दीपावली के दिन यानी बुधवार को आरएसपीएम (रेस्पिरेबल सब्सटैंशियल पार्टीकुलेट मैटर) 416 से 635 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा, जबकि पिछले साल यह 704 से 1350 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था.
दिल्ली के पर्यावरण सचिव केशव चंद्र ने कहा कि दिल्ली की सरकार की तरफ से लगातार चलाए गए अभियान और प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अपील ने प्रदूषण के स्तर को गिराने में मदद की.