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गुरुवार से शुरू होगी मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी सेवा

देशभर में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) सेवा गुरुवार से शुरू होने जा रही है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस सेवा का शुभारंभ करेंगे. माना जा रहा है कि एमएनपी की सेवा की शुरुआत के बाद दूरसंचार ऑपरेटरों पर अपनी सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने का दबाव बढ़ेगा.

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देशभर में मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) सेवा गुरुवार से शुरू होने जा रही है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस सेवा का शुभारंभ करेंगे. माना जा रहा है कि एमएनपी की सेवा की शुरुआत के बाद दूरसंचार ऑपरेटरों पर अपनी सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने का दबाव बढ़ेगा.

एमएनपी के तहत मोबाइल उपभोक्ता को अपना नंबर बदले बिना ऑपरेटर बदलने की सुविधा मिलेगी. दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा, ‘यह ग्राहकों के लिए एक बड़ा कदम है. इससे चयन की सुविधा उपलब्ध होगी और प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. दूरसंचार ऑपरेटर जितनी बेहतर सेवाएं देंगे, ग्राहक उतने ज्यादा उनकी ओर आकषिर्त होंगे.’

देश में एमएनपी सेवाओं की शुरुआत पिछले साल नवंबर में हरियाणा से हुई थी. आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन जैसी कंपनियों ने एमएनपी के मद्देनजर ग्राहकों को आकषिर्त करने के लिए अपना प्रचार अभियान भी शुरू कर दिया है. आइडिया सेल्युलर प्रतिद्वंद्वी ऑपरेटरों के ग्राहकों को लुभाने के लिए ‘नो आइडिया गेट आइडिया’ अभियान शुरू कर चुकी है.

कंपनी ने ग्राहकों को इस सेवा के बारे में जानकारी देने के लिए टोल फ्री नंबर भी शुरू किया है. देश भर में एमएनपी की शुरुआत के साथ प्रतिस्पर्धा और बढ़ेगी. अन्य ऑपरेटरों द्वारा अपने ग्राहकों को कायम रखने तथा दूसरे ऑपरेटर के ग्राहक को अपनी ओर खींचने के लिए इसी तरह का अभियान शुरू किए जाने की संभावना है. {mospagebreak}

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एमटीएस ब्रांड नाम से सेवाएं देने वाली सिस्तेमा श्याम टेलीसर्विसेज (एसएसटीएल) के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सेवोलाद रोजानोव ने कहा, ‘मुझे लगता है कि कॉल दरों में और गिरावट आएगी. जहां तक पोस्ट पेड ग्राहकों के वर्ग में औसत राजस्व प्रति उपभोक्ता (एआरपीयू) में और गिरावट आएगी.’ उन्होंने कहा कि प्रीपेड वर्ग में इस सेवा से विशेष बदलाव आने की संभावना नहीं है.

हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि इस सेवा के शुरू होने के बाद दूरसंचार कंपनियों के राजस्व पर भारी असर पड़ेगा. अनर्स्ट एंड यंग के भागीदार और दूरसंचार उद्योग के विश्लेषक प्रशांत सिंघल ने कहा, ‘पहले तीन से छह माह में छह से सात प्रतिशत ग्राहक अपने ऑपरेटर बदलेंगे. अभी यह दर चार फीसदी है. हालांकि, उसके बाद ज्यादा असर दिखाई नहीं देगा और ऑपरेटरों की आमदनी पर विशेष असर नहीं पड़ेगा.’

सिंघल का मानना है कि एमएनपी का ज्यादा असर शहरी क्षेत्र में दिखाई देगा, ग्रामीण क्षेत्र में इसका ज्यादा प्रभाव नहीं दिखाई देगा. एयरसेल के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) ने कहा, 'आमतौर पर जैसे ग्राहक ऑपरेटर बदलते हैं, वैसा ही रुख जारी रहेगा. एमएनपी से खास असर नहीं पड़ेगा. यह सेवा ग्राहकों के लिए अच्छी है.’

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