पश्चिम बंगाल में दक्षिणी 24 परगना जिले के मोगराहट में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 143 हो गई है जबकि 50 से ज्यादा लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. मृतकों में अधिकतर मजदूर, रिक्शाचालक और फेरी लगाने वाले थे.
उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए वह कड़ी कार्रवाई के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा, ‘अवैध शराब बनाने और उसकी बिक्री करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना चाहती हूं. लेकिन यह एक समाजिक समस्या भी है और इसके लिए कार्रवाई के साथ ही समाजिक तरीके से निपटने की जरुरत है.’
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 10 लोगों की मौत बुधवार सुबह संग्रामपुर गांव में हो गयी, वहीं 47 की मौत विभिन्न अस्पतालों में हुई. सूत्रों ने कहा कि पेट में तेज दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत को लेकर डायमंडर हार्बर और संग्रामपुर के अस्पतालों में भर्ती कराये गये 100 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर है. घटना से गुस्साये स्थानीय लोगों ने इलाके की शराब की दुकानों में तोड़फोड़ की.
सुंदरवन मामलों के मंत्री श्यामल मंडल ने कहा कि कोलकाता से एक चिकित्सा दल भेजा गया है. राज्य सरकार ने मारे गये लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की. केंद्रीय मंत्री मुकुल राय, जिला मजिस्ट्रेट एन एस निगम, पुलिस अधीक्षक एल एन मीणा, जिला परिषद सभादिपति एस शेख और माकपा नेता रज्जाक मुल्ला व सुजोन चक्रवर्ती ने अस्पतालों में लोगों का हालचाल पूछा.