जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की. हाल में कश्मीर घाटी में पैदा हुई अशांति के बाद से दोनों के बीच यह पहली बैठक है.
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और जम्मू कश्मीर मामलों के पार्टी प्रभारी पृथ्वीराज चव्हाण ने हाल में कहा था कि कांग्रेस राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने में उमर अब्दुल्ला सरकार के प्रयासों का पूर्ण समर्थन करती है.
उमर का कहना है कि राज्य में पिछले दिनों जो हिंसक प्रदर्शन हुए हैं. अब वे पूरी तरह से काबू में हैं और उनपर इस मामले में नाकाम रहने के आरोप गलत हैं. उमर ने सोनिया गांधी के अलावा शनिवार को गृह मंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात के बाद कहा कि पीडीपी अगर उनपर कश्मीर में फेल होने का आरोप लगाती है, तो उसे सर्वदलीय बैठक में आकर अपनी बात रखनी चाहिए थी.
उमर का कहना है कि घाटी में सेना की तैनाती का उनका फैसला सही था और इसके अच्छे नतीजे सामने आए हैं. उमर ने गृह मंत्री से इस मुद्दे पर बात की कि सूबे में अब आगे क्या कदम उठाए जाने चाहिए.
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री चव्हाण ने कहा था कि राज्य सरकार को उसके प्रयासों में जरूरी हर तरह का समर्थन मिलेगा. श्रीनगर में कथित तौर पर पुलिस द्वारा आंसू गैस दागे जाने से एक किशोर की मौत के बाद 11 जून से ही कश्मीर घाटी में प्रदर्शन जारी है.