सशक्त लोकपाल के लिए दिल्ली में अनशन कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की मुहिम से जुड़ते हुए जहां समूचे मध्यप्रदेश में लोग सड़कों पर उतरे, वहीं अन्ना के आह्वान पर उनके समर्थकों ने सांसदों को घेरने का आंदोलन भी तेज कर दिया है.
अन्ना समर्थकों ने भोपाल, सहित इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सतना, बैतूल, सिवनी आदि शहरों, कस्बों के साथ ही सदूर गांवों तक धरना और प्रदर्शन कर रैलियां निकालीं और केन्द्र सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किए. जनलोकपाल विधेयक संसद में पेश किए जाने की मांग को लेकर सिवनी जिले के लखनादौन में युवकों ने सिर मुंडवाए और अन्ना की लंबी आयु के लिए यज्ञ किया.
फोटो: अन्ना के लिए सड़कों पर उतरे समर्थक
गांधी टोपी, तिरंगा झंडा और अन्ना के समर्थन में ‘बैज’ के बाद अब बाजार में उनके मुखौटे भी उतार दिए गए हैं. भोपाल की रैलियों में अनेक युवक अन्ना के मुखौटे लगाकर प्रदर्शन करते नजर आए.
जनलोकपाल विधेयक संसद में पेश करने और उसे पारित कराने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों के सांसदों पर जोर डालने के अन्ना हजारे के आह्वान का असर अब मध्यप्रदेश में भी दिखने लगा है. भोपाल के भाजपा सांसद कैलाश जोशी के निवास पर कल यहां कुछ समर्थकों ने प्रदर्शन किया तथा जोशी की अनुपस्थिति में उनकी पत्नी को ज्ञापन देकर एक सशक्त लोकपाल संस्था बनाने पर जोर दिया.
अन्ना के आंदोलन पर विशेष कवरेज
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ के छिन्दवाड़ा के शिकारपुर स्थित निवास पर जनजागरण मंच एवं विभिन्न जनसंगठनों के कार्यकर्ताओं ने धरना दिया तथा उनके निजी सचिव जे पी सिंह को एक ज्ञापन देकर कमलनाथ से आग्रह किया कि वे संसद में जनलोकपाल विधेयक पारित कराएं. इन कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ को भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम में उनके साथ जुड़ने का भी निमंत्रण दिया.
उज्जैन में अन्ना समर्थकों ने कांग्रेस सांसद प्रेमचंद गुड्डू के घर पर प्रदर्शन कर उन पर दबाव बनाने का प्रयास किया. होशंगाबाद में जन्माष्टमी के अवसर पर अपने घर पहुंचे क्षेत्रीय कांग्रेस सांसद राव उदय प्रताप सिंह के निवास पर अन्ना समर्थकों ने प्रदर्शन किया और भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश के लिए उनसे एक सशक्त लोकपाल बनाने का मार्ग प्रशस्त करने की अपील की.
सांसदों के घेराव और धरना-प्रदर्शन के मद्देनजर समूचे प्रदेश में सांसदों के निवास और कार्यालयों पर पुलिस सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, लेकिन अब तक यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण है.
अन्ना हजारे के आंदोलन के समर्थन में आदिवासी बहुल मण्डला में सोमवार को ‘बंद’ का आयोजन किया गया, जो काफी हद तक सफल रहा. बंद का यह आह्वान समाज के विभिन्न तबकों ने किया था. मण्डला में सरकारी कर्मचारियों ने एक जुलूस निकालकर भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने का समर्थन किया.
उधर, प्रदेश के अनेक स्थानों पर मशाल एवं मोमबत्ती जलाकर रैलियां आयोजित की गई.