मध्यप्रदेश में बदहाल सड़कों के लिए कांग्रेस ने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा सहित प्रदेश के सभी तीन सौ तेरह विकास ब्लाक और पचास जिलों में भाजपा की राज्य सरकार के खिलाफ धरना दिया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के पांच महीने बाद कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में कांग्रेस ने पहली बार जनहित से जुड़े किसी मुद्दे पर भाजपा सरकार के खिलाफ घेराबंदी कर लास दो दो हजार तेरह में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है.
सड़क के मुद्दे को लेकर कांग्रेस महासचिव और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वियज सिंह ने इंदौर में आंदोलन का आगाज किया, जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूरिया ने जबलपुर में आंदोलन का नेतृत्व किया. प्रदर्शनकारियों ने सड़कों के गड्डों में बेशरम की झाड़ियां लगाकर नारेबाजी की.
इसके अलावा सागर में पार्टी सचिव और पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री अरूण यादव, ग्वालियर में पार्टी सचिव पंकज शर्मा और सीधी में राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ‘राहुल’ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राजकाज में हो रहे भ्रष्टाचार और सड़कों की बदहाली पर निशाना साधा. भोपाल में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुरेश पचौरी को कमान सौंपी गई थी, लेकिन वह नहीं आए.