उत्तर-प्रदेश के लखीमपुरी खीरी जिले में दो वकीलों की हत्या के विरोध में राज्य के वकीलों की एक दिवसीय हड़ताल के कारण सोमवार को प्रदेश में अदालती कामकाज बाधित रहा.
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के आह्वान पर राज्य की जिला और तहसील बार काउंसिलों के वकील हड़ताल में शामिल होकर समर्थन दे रहे हैं. इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता और उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के सदस्य ए.आर.खान ने संवाददाताओं को बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले वकीलों की हत्या के विरोध में प्रदेश के लगभग सभी बार काउंसिलों के करीब ढ़ाई लाख वकील कार्य बहिष्कार कर हड़ताल में शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि घटना के दोषियों की खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही सम्बंधित उपजिलाधिकारी और तहसीलदार को निलंबित कर इस घटना में उनकी भूमिका की भी जांच की जाए.
लखीमपुर खीरी की मोहम्मदी तहसील में शनिवार को वकीलों और लेखपालों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. झड़प के दौरान कथित तौर पर लेखपालों द्वारा की गई गोलीबारी में दो वकीलों की मौत हो गई. घटना में पांच लोग घायल भी हुए. घटना के सम्बंध में 34 लेखपाल गिरफ्तार किए जा चुके हैं. अधिकारियों के मुताबिक इस घटना का सम्बंध एक जमीन की रजिस्ट्री को लेकर वकीलों और लेखपालों के बीच चल रहे पुराने विवाद से है.