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बदलाव के आह्वान के साथ आडवाणी की भ्रष्टाचार विरोधी यात्रा शुरू

पिछले 21 वर्ष में छठी बार यात्रा शुरू करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने घोटालों और विदेशों में जमा कालाधन के मामले को पुरजोर ढंग से उठाते हुए देश में व्यवस्था और नेतृत्व दोनों में बदलाव का आह्वान किया.

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लालकृष्ण आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी

पिछले 21 वर्ष में छठी बार यात्रा शुरू करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने घोटालों और विदेशों में जमा कालाधन के मामले को पुरजोर ढंग से उठाते हुए देश में व्यवस्था और नेतृत्व दोनों में बदलाव का आह्वान किया.

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भ्रष्टाचार के खिलाफ बिहार में जयप्रकाश नारायण के जन्मस्थान सिताबदियारा से 38 दिनों की जन चेतना यात्रा की शुरूआत करते हुए 84 वर्षीय आडवाणी ने कहा कि वह अपनी पार्टी की खामियों को भी सामने रखेंगे. आडवाणी की इस रथ यात्रा को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

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आडवाणी ने कहा, ‘मैं अपनी पार्टी की खामियों का भी जिक्र करूंगा. अगर किसी तरह का भ्रष्टाचार मेरी पार्टी में है तो मैं इसे भी समाप्त करूंगा.’ आडवाणी ने हालांकि इस विषय पर पूरी तरह से स्थिति स्पष्ट नहीं की कि वह अपने आप को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार मानते हैं या नहीं. भाजपा नेता ने कहा कि संप्रग सरकार कार्यकाल में सिलसिलेवार घोटालों के कारण लोगों में भ्रष्टाचार के प्रति आक्रोश उत्पन्न हुआ है.

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आडवाणी की जन चेतना यात्रा शुरू | वीडियो देखें
आडवाणी ने कहा, ‘ केन्द्र की वर्तमान सरकार के कार्यकाल में एक के बाद एक कई घोटाले उजागर हुए है, जिससे लोगों के मन भ्रष्टाचार के प्रति आक्रोश उत्पन्न हुआ है. लोग अब भ्रष्टाचार बर्दाश्त करना नहीं चाहते है.’ छपरा हवाई अड्डा मैदान में आयोजित जनसभा में पूर्व उपप्रधानमंत्री ने कहा ‘ बहुत हो चुका... लोग अब भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं. इस देश से भ्रष्टाचार को समाप्त होना चाहिए. इसके लिए केवल नेतृत्व में ही बदलाव की जरूरत नहीं है बल्कि व्यवस्था में भी बदलाव की जरूरत है.’
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आडवाणी ने कहा कि ऐसी यात्राओं से राष्ट्र में चेतना आती है. इस प्रकार की यात्राओं का देश में महत्वपूर्ण योगदान होता है. इस यात्रा का उद्देश्य सुशासन और स्वच्छ राजनीति है. इसके अलावा लोकपाल ओर विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने का मुद्दा भी अहम है. आडवाणी अपनी जन चेतना यात्रा के दौरान 7,600 किलोमीटर का दौरा करेंगे और यह यात्रा दिल्ली में समाप्त होगी. इस दौरान वह 100 जिलों की यात्रा करेंगे.

उन्होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने यही किया था और वह भी राष्ट्र को जगाने का काम कर रहे हैं.

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अपनी पूर्व की रामजन्मभूमि यात्रा को याद करते हुए उन्होंने कहा, यह इन यात्राओं का ही योगदान है कि जहां एक समय बिहार की धरती पर समस्तीपुर में मेरी यात्रा रोकी गयी थी वहीं उसी धरती पर वर्तमान सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस यात्रा को हरी झंडी दिखा रहे है.

आडवाणी ने कहा, ‘जेपी ने 70 के दशक में लोगों में देश भक्ति की भावना जगायी और लोकतंत्र के प्रति भरोसा कायम किया था. घोटालों और भ्रष्टाचार के कारण लोकतंत्र में भरोसा कम हुआ है, जिसे बहाल करने के लिए मैंने यात्रा शुरू की है.’ इससे पहले आडवाणी ने जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सारण के सिताब दियारा से जनचेतना यात्रा का लोकनायक की जयंती के अवसर पर शुभारंभ किया.

सिताब दियारा के समारोह के बाद हवाईअड्डा मैदान में नीतीश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर जनचेतना यात्रा ‘रथ’ को रवाना किया, जो बिहार सहित 23 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरेगा.

आडवाणी ने कहा कि वर्तमान राजनीति में गिरावट आयी है और राजनीतिक दलों में जनता का भरोसा कम हुआ है, जो चिंता का कारण बना है.

आडवाणी ने कहा, ‘केवल कांग्रेस को ही दोष नहीं दिया जा सकता है बल्कि भाजपा में भी मैं कई कमियां निकालता रहता हूं. देश के प्रत्येक नागरिक को कर्तव्यपालन करना होगा, तभी देश विकसित होगा.’ बिहार में राजग सरकार की तारीफ करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘नीतीश कुमार अपनी हिम्मत और समझदारी से सरकार चला रहे हैं.’ नीतीश कुमार ने इस सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘भ्रष्टाचार, महंगाई और कालाधन के खिलाफ जनचेतना यात्रा स्वागत योग्य है. कुछ लोग हैं, जो यात्रा को दूसरे मकसद से देख रहे हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान सांप्रदायिक किस प्रकार हो गया. यह समझ से परे है.

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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘पांेगा पंथ और तंत्र मंत्र करने वाले लोग हमें धर्म निरपेक्षता का पाठ पढ़ाते हैं. इससे सत्ता मिलने वाली होती तो लोग प्रधानमंत्री बन जाते . जनता के पास जाने की जरूरत नहीं होती.’ नीतीश ने कहा, ‘दाल में कुछ काला न हो तो डरने की जरूरत क्या है ? भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में डरने की जरूरत नहीं हैं.’ सभा को लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली, भाजपा महासचिव अनंत कुमार सहित वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया.

बहरहाल, राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने आज दावा किया कि भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी का अभिनंदन करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार अब जाने वाली है.

जनसभा को संबोधित करते हुए लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण लोगों का राजनीतिक नेताओं पर विश्वास समाप्त हो गया है. जन चेतना यात्रा के संयोजक अनंत कुमार ने कहा कि जयप्रकाश नारायण के बाद आडवाणी के नेतृत्व में दूसरी सम्पूर्ण क्रांति शुरू हुई है जो देश को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाने के लिए है. इससे पहले, आडवाणी, उनकी पुत्री प्रतिभा के अलावा सुषमा स्वराज, अरूण जेटली समेत अन्य नेताओं ने दिवंगत समाजवादी नेता के पैतृक निवास स्थान पर जाकर कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की.

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आडवाणी ने अपनी पहले की यात्रा को भी याद किया और उस समय राज्य के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के आदेश पर समस्तीपुर से अपनी गिरफ्तारी का जिक्र किया.

इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद का नाम लिये बिना कहा कि कुछ लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ जन चेतना यात्रा को सांप्रदायिक बता रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘उन्होंने यात्रा को हरी झंडी दिखाने पर मेरी धर्मनिरपेक्ष छवि पर भी सवाल किया है. उन्हें पता होना चाहिए कि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ यात्रा है जिसे लोग अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे.’

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