विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने अवैध खनन मामले में अपने खिलाफ लोकायुक्त अदालत की सुनवाई पर रोक लगाने की मांग करते हुए आज कर्नाटक उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया.
लोकायुक्त पुलिस ने उनके और 13 के खिलाफ कल प्राथमिकी दर्ज की थी जिसके बाद आज कृष्णा ने शुक्रवार को याचिका दायर की.
बेंगलूर के एक सामाजिक कार्यकर्ता और व्यापारी टी जे अब्राहम ने लोकायुक्त अदालत में एक निजी शिकायत दायर कर कृष्णा के अलावा दो अन्य पूर्व मुख्यमंत्रियों-धरम सिंह तथा एच डी कुमारस्वामी पर उनके मुख्यमंत्रित्व काल में अवैध खनन में लिप्त होने का आरोप लगाया है.
अब्राहम की शिकायत में 11 और लोगों के भी नाम हैं.
कृष्णा के वकील अशोक हरनहल्ली ने प्रेस ट्रस्ट से कहा कि अपनी याचिका में केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि उन्होंने खनन क्षेत्र में कोई अवैध या अनियमितताएं नहीं कीं.
भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम, वन संरक्षण अधिनियम, वन अधिनियम, खनिज एवं धातु विनियमन एवं विकास अधिनियम तथा भारतीय अपराध दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत इन सभी 13 लोगों के खिलाफ कल प्राथमिकी दर्ज की गयी.
लोकायुक्त न्यायाधीश एन के सुधींद्र राव ने तीन दिसंबर को अब्राहम की शिकायत स्वीकार की थी और लोकायुक्त पुलिस को छह जनवरी तक अपनी जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा था.