ऑस्ट्रेलिया का आपेरा हाडस उन प्रमुख वैश्विक इमारतों की कतार में एक थी जहां अर्थ आवर की शुरूआत होते ही बिजली गुल कर दी गयी. इसके साथ ही दुनियाभर में लाखों लोगों ने अपने घरों की बिजली को बंद कर दिया.
पेरिस के एफिल टावर और दुबई स्थित दुनिया की सबसे उंची इमारत की रोशनी को भी इस मौके पर 60 मिनट के लिए बंद कर दिया जाएगा.
लोगों ने वैश्विक तापमान में इजाफे के खिलाफ संघर्ष में अपने योगदान के तौर पर स्वेच्छा से दुनियाभर में हिस्सा लिया.
अर्थ आवर के सह संस्थापक और कार्यकारी निदेशक एंडी रिडले ने सिडनी में कहा कि यह इस दौरान बचने वाली बिजली की मात्रा के बारे में नहीं है, बल्कि यह इस संबंध में है कि इससे यह पता चलता है कि अगर लोग एक साथ आ जाएं तो क्या कुछ किया जा सकता है. गौरतलब है कि अर्थ आवर की शुरूआत 2007 में सिडनी से हुई थी.
रिडले ने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले देशों की संख्या रिकार्ड 134 हो चुकी है. आयोजकों का कहना है कि पर्यावरण की सुरक्षा की दिशा में यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वैच्छिक कार्रवाई है.