जापान अपनी ऊर्जा ज़रूरतो का एक बड़ा हिस्सा, एटमी पॉवर से पूरी करता है. इसके लिए उसने कई रिएक्टर्स वाले पॉवर प्लांट लगाए हुए हैं. आम तौर पर ये पॉवर प्लांट 6 से 7 तीव्रता वाले भूकंप के झटके सह लेते हैं.
पर शुक्रवार को आए भूकंप और उसके बाद सुनामी की लहरों ने इन प्लांट की पॉवर सप्लाई को काट दिया था. इसी वजह से इनके कूलैंट ने काम करना बंद कर दिया था.
एहतियातन सभी एटमी पॉवर प्लांट बंद कर दिए गए थे. फिर भी ज़्यादा तापमान और रेडियोएक्टिव गतिविधि के चलते फुकुशीमा पॉवर प्लांट में विस्फोट हो गया. इससे रेडियोएक्टिव रिसाव हो रहा है. इससे स्थानीय लोगों को कोई फौरी नुकसान होने की आशंका तो नहीं, पर लंबे वक़्त तक इसका सेहत पर बुरा असर पड़ता है.