आसमान में छाये बादलों के बीच तेज हवाओं ने 50 मीटर राइफल प्रोन स्पार्धा में पदक जीतने की भारत की उम्मीदों को तोड़ दिया, जब गगन नारंग सहित भारतीय तिकड़ी एशियाई खेलों की इस स्पर्धा के फाइनल में भी जगह नहीं बना सकी.
दस मीटर एयर राइफल स्पर्धा में दो रजत जीतने वाले नारंग ने भारतीयों के बीच दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 587 अंक के साथ 24वें स्थान पर रहे. नारंग अब 18 नवंबर को 50 मीटर थ्री पोजीशन में भी चुनौती पेश करेंगे.
अगस्त में म्यूनिख विश्व चैम्पियनशिप के साथ ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हरिओम सिंह क्वालीफिकेशन में 590 अंक जुटाकर 54 निशानेबाजों के बीच 13वें स्थान पर रहे. उन्होंने म्यूनिख में 598 अंक जुटाये थे. वह अभ्यास के दौरान भी आसानी से 594-595 अंक जुटा रहे थे. तीसरे भारतीय सुरेंद्र सिंह राठौड़ 586 अंक के साथ 27वें स्थान पर रहे.
भारत के विदेशी कोच स्टेनिसलास लेपिडस ने कहा कि प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं था, जबकि मौसम ने भी खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर असर डाला. लेपिडस ने कहा, ‘‘एक शब्द में इस प्रदर्शन को मैं खराब कहूंगा. लेकिन भारतीय निशानेबाजों को इस तरह के हालातों की आदत नहीं है जब हवा हर दो से तीन सेकेंड में अपनी दिशा बदलती है. भारत में जब हम दिल्ली या पुणे में अभ्यास करते हैं तो हवा लगातार एक ही तरफ से आती है, या तो बायीं तरफ से या फिर दायीं तरफ से.’’{mospagebreak}
लेपिडस ने जोर देकर कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में अच्छे प्रदर्शन के बाद प्रदर्शन में गिरावट आना लाजमी है क्योंकि कोई भी लंबे समय तक उच्च स्तर बरकरार नहीं रख सकता. उन्होंने साथ ही कहा कि नारंग नयी राइफल का इस्तेमाल कर रहा है और राष्ट्रमंडल खेलों के बाद से उसने अधिक अ5यास नहीं किया.
उन्होंने कहा, ‘‘गगन यहां नयी राइफल का इस्तेमाल कर रहा है. वह इसके साथ यहीं निशानेबाजी कर रहा है. राष्ट्रमंडल खेलों के बाद उसने अभ्यास नहीं किया. मैं महिला टीम के प्रदर्शन को लेकर चिंतित हूं (जिसे आज ही 50 मीटर प्रोन वर्ग में हिस्सा लेना है).’’
सेना के हवलदार हरिओम सिंह और उनके साथी भी अपने प्रदर्शन से निराश हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हवा ने कुछ हद तक निशानेबाजी पर असर डाला. लेकिन अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव भी था जिसके कारण मैं विलंब के साथ गोली चला रहा था. लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि भविष्य की स्पर्धाओं में मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा, आगामी विश्व कप में भी.’’ हरिओम ने इस दौरान 99, 97, 97, 99, 99, 99 की सरीज बनाई जबकि नारंग ने 97, 99, 95, 100, 98, 98 की सीरीज से अंक जुटाये. राठौड़ की सीरीज 97, 99, 97, 98, 98, 98 की रही.