मुंबई के जाने-माने लीलावती अस्पताल के 5 ट्रस्टियों पर आयकर विभाग ने छापा मारा है. इन ट्रस्टियों पर कालाधन जमा करने और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है.
आयकर विभाग ने सोमवार सुबह छापेमारी की कार्रवाई शुरू की. खास बात यह है कि छापेमारी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की जा रही है.
आयकर विभाग के अधिकारियों ने लीलावती अस्पताल के ट्रस्टियों और मालिक की ओर से की गई वित्तीय अनियमितता के आरोप में अस्पताल परिसर की तलाशी ली.
अधिकारियों ने बताया कि उपनगरीय बांद्रा इलाके में स्थित इस चर्चित अस्पताल के बायो मेडिकल खरीद और फार्मा विभाग की तलाशी ली. उच्चतम न्यायालय ने इस अस्पताल के ट्रस्टियों की कथित अनियमितता की जांच के लिये दायर याचिका पर पिछले सप्ताह केंद्र और भारतीय रिजर्व बैंक को नोटिस जारी किया था.
{mospagebreak}दिल्ली के रहने वाले याचिकाकर्ता हर्ष रघुवंशी ने याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि अस्पताल के ट्रस्टी प्रबोध मेहता, रश्मि मेहता, चेतन मेहता और भाविन मेहता ने बेइमानी से धन निकाला है. उन्होंने कहा कि इन ट्रस्टियों ने अस्पताल से बेइमानी से पैसा निकालकर हवाला के जरिये मारिशस समेत विदेशी बैंकों में जमा किया.
बहरहाल, हसन अली समेत बड़े पैमाने पर काला धन जमा करने वाले अन्य लोगों पर शिकंजा कसे जाने का सिलसिला जारी है.