दिल्ली उच्च न्यायालय ने कारपोरेट जगत के लिए लाबिंग करने वाली नीरा राडिया को राहत प्रदान करते हुए उनके विवादास्पद टेपों पर अधिवक्ता आरके आनंद द्वारा लिखी गई किताब के विमोचन और वितरण पर रोक लगा दी. टेपों में राडिया की कई बड़ी हस्तियों से टेलीफोन पर हुई बातचीत दर्ज है.
न्यायमूर्ति वीके जैन ने वैष्णवी कारपोरेट कम्युनिकेशंस की निदेशक राडिया को यह कानूनी राहत उनके आग्रह पर दी.
राडिया ने अदालत से यह कहकर किताब के विमोचन और वितरण पर रोक लगाए जाने का आग्रह किया था कि इससे समाज में उनकी प्रतिष्ठा को काफी क्षति पहुंचेगी.