भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि ‘अर्थशास्त्री’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चाहिए कि मंहगाई के मुद्दे पर सकल घरेलू उत्पाद जैसे शब्दों की बाजीगरी कर जनता से छल करने की बजाय वह सीधे स्वीकार करें कि इस मोर्चे पर उनकी सरकार पूरी तरह विफल रही है.
पार्टी प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने कहा, ‘खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति समकालीन दौर में सबसे अधिक है जबकि कुल मुद्रास्फीति नौ प्रतिशत को पार कर रही है. लेकिन प्रधानमंत्री और उनकी सरकार के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) शब्द से खेल कर कहते फिर रहे है कि यह बहुत बढ़िया है. भला ऐसी वृद्धि किस काम की जो आम लोगों को उनके दैनिक राशन से ही दूर रखे.’
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘मंहगाई को काबू करने में संप्रग सरकार पूरी तरह असफल रही है और अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री देश की अर्थव्यवस्था के लिए विनाशकारी साबित हुए हैं.’
रूडी ने कहा, मंहगाई को काबू करने के लिए उठाए जा रहे कदम महज ढकोसला हैं. सरकार और प्रधानमंत्री जमीनी हकीकत से अनजान हैं. मंहगाई के लिए मंत्री ही एक दूसरे पर दोषारोपण नहीं कर रहे हैं बल्कि कांग्रेस के एक शीर्ष नेता इसके लिए गठबंधन राजनीति को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.