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खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति बढ़कर 8.74 प्रतिशत पहुंची

ज्वार, बाजरा, उड़द और अरहर के दाम बढ़ने से गत 9 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति एक सप्ताह पहले की तुलना में करीब आधा प्रतिशत बढ़कर 8.74 प्रतिशत हो गई.

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ज्वार, बाजरा, उड़द और अरहर के दाम बढ़ने से गत 9 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति एक सप्ताह पहले की तुलना में करीब आधा प्रतिशत बढ़कर 8.74 प्रतिशत हो गई.

लगातार तीन सप्ताह नरमी में रहने के बाद खाद्य मुद्रास्फीति ने फिर एक बार सिर उठाया है. एक सप्ताह पहले यह 8.28 प्रतिशत पर थी. खाद्य मुद्रास्फीति में एक बार फिर मजबूती का रुख बनने से सरकार और रिजर्व बैंक की चिंता और बढ़ेगी.

इससे पहले गत 14 अप्रैल को जारी मार्च माह की सकल उपभोक्ता वस्तुओं के थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित सकल मुद्रास्फीति 8.98 प्रतिशत दर्ज की गई. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार खाद्य वस्तुओं में मक्का, बाजरा, उड़द और अरहर प्रत्येक के थोक मूल्य दो प्रतिशत बढ़ गये. इसी प्रकार मूंग, गेहूं और रागी प्रत्येक एक प्रतिशत महंगी हो गई.

हालांकि, इसी समूह में मांस, जौ प्रत्येक दो प्रतिशत, मसाले और ज्वार प्रत्येक एक प्रतिशत सस्ते भी हुये. अखाद्य वस्तुओं के समूह में मजबूती का रुख रहा. समूह में फूल 10 प्रतिशत, कच्चा रबर पांच प्रतिशत, सोयाबीन चार प्रतिशत, सूरजमुखी और कच्चा रेशम प्रत्येक तीन प्रतिशत, अरंडी, मूंगफली, पटसन प्रत्येक दो प्रतिशत, नारियल और नारियल की जटा से बने उत्पाद प्रत्येक एक प्रतिशत महंगे हो गये.

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हालांकि, इसी समूह में मेस्ता, चारा और ग्वार सीड प्रत्येक के दाम कम भी हुये हैं. मंत्रालय द्वारा साप्ताहिक आधार पर जारी किये जाने वाले प्राथमिक वस्तुओं के समूह सूचकांक में आलोच्य सप्ताह में 0.2 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई और यह 190.9 अंक रहा. इस पर आधारित सालाना मुद्रास्फीति 11.96 प्रतिशत रही जो कि इससे पिछले सप्ताह 11.40 प्रतिशत पर थी.

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