कोलकाता के प्रेसिडेंसी विश्विद्यालय की बेकर बिल्डिंग के रसायनशास्त्र विभाग में शुक्रवार तड़के चार बजकर 30 मिनट पर आग लग गयी.
अग्निशमन विभाग के सूत्रों ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए 11 दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया जो समीप के कॉलेज स्कवेर टैंक से वहां पानी डाल रहे हैं. इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है.
कार्यकारी प्रिंसिपल अमिताभ चट्टोपाध्याय ने बताया कि यह आग बेकर बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर लगी जहां रसायन और गैस सिलिंडर रखे हुए हैं जिससे वहां आग के फैलने का डर था. उन्होंने बताया कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चला है.
प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी की दी बेकर इमारत का नाम बंगाल के तत्कालीन लेफ्टिनेंट गवर्नर एडवर्ड नोर्मन बेकर के नाम पर रखा गया था और इसका औपचारिक उद्घाटन 1913 में किया गया था. इससे पूर्व इसे प्रेसिडेंसी कालेज के नाम से जाना जाता था.
हिंदू कालेज की स्थापना 1817 में की गयी थी और 1855 में इसका नाम बदलकर प्रेसिडेंसी कालेज किया गया था.
इस यूनिवर्सिटी से निकलने वाले महत्वपूर्ण छात्रों में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के कई बड़े नाम भी शामिल हैं. इनमें कांग्रेस पार्टी के पांच अध्यक्ष सुरेन्द्र नाथ बनर्जी, रमेश चंद्र दत्त, भूपेन्द्र नाथ बोस, लार्ड सत्येन्द्र प्रसन्ना सिन्हा तथा नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है.
देश के पहले राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद ने भी इसी कालेज से अध्ययन किया था. पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और उनके पूर्ववर्ती ज्योति बसु तथा सिद्धार्थ शंकर रे भी इसी कालेज के छात्र रहे हैं.