मुंबई शहर को लेकर अब वाकई फिक्रमंद होने की जरुरत है. रौनक और चहल पहल के शहर में खुदकुशी के मातम बहुत ज्यादा सुनाई देने लगे हैं. पिछले 14 दिनों में स्कूली छात्र, जिंदगी से हताश लोगों की खुदकुशी के 34 मामले हुए हैं. सिर्फ पिछले 24 घंटे में ही आत्महत्या के 8 वाकये हुए हैं, जिनमें से दो 10वीं 12वीं के छात्र थे.
मुंबई में सिर्फ 24 घंटे के भीतर 8 लोगों ने अपनी जान दे दी है. मंगलवार दिन तक चार छात्रों की खबर से मुंबई गमजदा थी लेकिन शाम और रात बीतने तक खुदकुशी के 4 मामले औऱ हो गए. कल शाम 6 बजे भयखाला में 15 साल की 10 वीं की छात्रा सेजल ने फांसी लगा ली तो शाम 7 बजे कांदिवली के समतानगर में 18 साल का 12वीं का छात्र दीपक फांसी के फंदे पर झूल गया. उसी शाम साढे 7 बजे एंटोप हिल में 43 साल की सुनंदा ने खुद को जला दिया और रात 8 बजे के बाद विले पार्ले के कबीर नगर में 36 साल के दिंगबर बाल खुद जलकर भस्म हो गए.
चार मामलों में से दो ने तो लाइजाज बीमारी से परेशान होकर जान दी जबकि 2 स्कूली छात्रों की खुदकुशी के मामले हैं. 12वीं के छात्र दीपक की मौत से परिजनों को बड़ा सदमा लगा है.
मुंबई में आत्महत्या के बढ़ते मामलों से बिग बी भी परेशान हो चुके हैं. सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर क्यों मासूम अपनी जिंदगी खत्म करने पर आमादा हो रहे हैं.