राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने आज मांग की कि पिछड़े समुदायों को लाभ पहुंचाने के लिए संसद के अगले सत्र में जाति को जनगणना में शामिल किए जाने के मुद्दे को मंजूर किया जाए.
लालू ने इस मुद्दे पर पीएमके द्वारा आयोजित एक जनसभा में कहा कि वह इस संबंध में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से अनुरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि यदि इसमें देरी हुई तो राष्ट्रीय स्तर पर लोगों द्वारा ‘‘क्रांति’’ होगी.
उन्होंने कहा कि यदि सरकार नौकरियों में भर्ती के लिए जाति प्रमाण पत्र तथा जाति आधारित अन्य जानकारियां मांग सकती है तो वह जनगणना फार्म में जाति को क्यों नहीं जोड़ रही है.
लालू ने दावा किया कि ब्रिटिश सरकार द्वारा 1931 की जनगणना में जाति को जोड़े जाने से अनुसूचित जाति और जनजाति के जीवनस्तर में सुधार आया था. इसी तरह का रवैया अपनाने से वे और लाभान्वित होंगे.