scorecardresearch
 

येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी को लेकर गतिरोध कायम

कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में सत्ता का संघर्ष शुरू होने के साथ ही उनके उत्तराधिकारी की तलाश को लेकर गतिरोध कायम है.

Advertisement
X
बीएस येदियुरप्पा
बीएस येदियुरप्पा

कर्नाटक में बी एस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में सत्ता का संघर्ष शुरू होने के साथ ही उनके उत्तराधिकारी की तलाश को लेकर गतिरोध कायम है.

नेतृत्व मुद्दे को लेकर आमसहमति नहीं बन पाने की स्थिति में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षकों अरुण जेटली और राजनाथ सिंह ने रविवार रात विधायक दल की बैठक को तीन अगस्त के लिए टाल दिया. इसी बैठक में औपचारिक रूप से नये नेता का चयन किया जाना है.

येदियुरप्पा ने पद छोड़ने के बाद सार्वजनिक रूप से यह घोषणा कर दी कि भाजपा प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष सदानंद गौड़ा उनकी पसंद हैं लेकिन यह नाम पार्टी के वरिष्ठ नेता एच एन अनंत कुमार और प्रदेश इकाई अध्यक्ष के एस ईश्वरप्पा के नेतृत्व वाले उनके प्रतिद्वंद्वी पक्ष को स्वीकार नहीं.

येदियुरप्पा विरोधी पक्ष मुख्यमंत्री पद के लिए जगदीश शेट्टर का समर्थन कर रहा है. शेट्टर भी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं और वह प्रभावशाली लिंगायत समुदाय के हैं जिससे येदियुरप्पा आते हैं. लेकिन वह येदियुरप्पा को स्वीकार नहीं हैं.

Advertisement

येदियुरप्पा ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दिया. यद्यपि येदियुरप्पा ने यह निर्णय अवैध खनन मामले पर लोकायुक्त संतोष हेगड़े की रिपोर्ट में स्वयं पर दोषारोपण के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के त्यागपत्र देने के निर्देश दिये जाने के तीन दिन बाद किया.

शेट्टर ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं दावेदार हूं.’ उन्होंने कहा, ‘भाजपा विधायकों ने यह इच्छा व्यक्त की है कि मुझे मुख्यमंत्री बनना चाहिए.’ उनका बयान इस बात का संकेत है कि भाजपा हाईकमान के सामने मुख्यमंत्री पद के लिये किसी का चयन करने का एक बहुत ही कठिन कार्य है. येदियुरप्पा के वफादार विधायकों का उनके आवास पर जमघट लगना जारी है जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी पक्ष ने एक होटल में बातचीत की.

विधायक दल की बैठक से पहले इस बात को लेकर अटकलें जारी हैं कि किस पक्ष के पास अधिक विधायकों का समर्थन है. यह बताये जाने पर कि येदियुरप्पा ने गौड़ा का नाम सुझाया है, ईश्वरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, ‘येदियुरप्पा ने यह नहीं कहा कि वह (गौड़ा) चुन लिये गए हैं.’

ईश्वरप्पा ने यह कहते हुए स्वयं के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने से इनकार किया है कि पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए उन्हें तीन वर्ष के लिए प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाया गया था और वह इस कार्यकाल को पूरा करेंगे. उनके इस बयान से येदियुरप्पा को यह पद दिये जाने की संभावनाओं पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए.

Advertisement

येदियुरप्पा कथित रूप से इस पर जोर दे रहे हैं कि उन्हें पार्टी की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बना दिया जाए. उन्होंने येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के चयन में उत्पन्न हो रहे मतभेदों को यह कहते हुए कमतर करने के प्रयास किये कि भाजपा के पास 121 विधायक हैं और इस मुद्दे पर उनके बीच कोई मतभेद नहीं हैं.

ईश्वरप्पा ने कहा, ‘यह निर्णय (नये नेता के चयन) दिल्ली में नहीं होगा. भाजपा विधायक बैठकर नेता का चयन करेंगे और पार्टी के केंद्रीय नेता पर्यवेक्षक के तौर पर रहेंगे.’

Advertisement
Advertisement