आयकर विभाग (आईटी) अगले सप्ताह से उन धनाढ्य व्यक्तियों के निवेश और कर भुगतान की जांच करेगा जो सिटी बैंक में 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का कथित तौर पर शिकार हुए हैं.
आयकर विभाग ने ऐसे 20 निवेशकों को तलब किया है जिनका कर रिटर्न राष्ट्रीय राजधानी और गुड़गांव में जमा होता है.
चंडीगढ़ समेत विभिन्न आयकर कार्यालय इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या इन धनाढ्य व्यक्तियों ने निवेश की गयी राशि के बारे में समुचित जानकारी न देकर कर चोरी तो नहीं की.
विभाग इन व्यक्तियों के दस्तावेजों की चरणबद्ध तरीके से जांच करेगा. साथ ही इस दृष्टिकोण से भी जांच करेगा कि क्या शेयर बाजार में जो पैसा लगाया गया वह काला धन तो नहीं था.
आयकर विभाग मनी लांड्रिंग या विदेशी विनिमय नियमों के उल्लंघन के बारे प्रवर्तन निदेशालय को जानकारी देगा.
सूत्रों के मुताबिक निवेश और धन लगाने के माध्यम का पता लगाने के बाद विभाग पुरी से भी पूछताछ कर सकता है.
दिसंबर महीने में पुरी को हिरासत में लिया गया था. उस पर 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. पुरी ने यह पैसा 40 बड़े निवेशकों और कारपोरेट इकाइयों से प्राप्त किया था.