गृह मंत्री पी चिदंबरम दक्षेस देशों के गृह मंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार को पाकिस्तान पहुंचे. चिदंबरम गुरुवार शाम विशेष विमान से रावलपिंडी के चकलाला एयरबेस पहुंचे.
पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्री रहमान मलिक चिदंबरम के स्वागत के लिए व्यक्तिगत तौर पर वहां पहुंचे. गुरुवार रात रहमान उनके स्वागत में दावत भी देंगे. एयरबेस के वीआईपी लांज पर दोनों नेताओं को बातचीत करते देखा गया. चिदंबरम को आंतरिक मंत्रालय में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया जहां वह मलिक से मुलाकात करेंगे.
पाक को सईद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए: चिदंबरम
भारत ने पाकिस्तान से मुंबई हमलों में शामिल जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद और कुछ पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों तथा हमलों के संचालकों सहित इससे जुड़े सभी लोगों को शीघ्रता से न्याय के दायरे में लाने को कहा. गृहमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि वह विनम्रता के साथ पाकिस्तान को कहेंगे कि मुंबई हमलों से जुड़े मुद्दों का गंभीरता से समाधान करने का वक्त आ गया है, जैसा कि उन्होंने आश्वासन दिया था. उन्होंने अपने साथ इस्लामाबाद जा रहे संवाददाताओं को बताया कि पाकिस्तान को गंभीर मुद्दों को समझाने के लिये मैं इस अवसर का इस्तेमाल करूंगा. {mospagebreak}
चिदंबरम पाकिस्तान में दक्षेस देशों के गृहमंत्रियों के सम्मेलन में शामिल होंगे और अपने समकक्ष रहमान मलिक के साथ वार्ता करेंगे. चिंदबरम ने कहा कि मेरे पदभार संभाले हुए 18 महीने हो गये हैं. इन मुद्दों का गंभीरता के साथ समाधान करने का वक्त आ गया है. इसी वजह से मैं उनसे विनम्रता के साथ कहने जा रहा हूं.
उन्होंने बताया कि वह इस मौके का इस्तेमाल भारत को पिछले 18 महीनों से चिंता में डाले रखने वाले विषयों पर विचारों के आदान प्रदान करने के लिये करेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या वह मलिक के समक्ष हाफिज सईद के मुद्दे को उठायेंगे, चिदंबरम ने कहा कि हाफिज सईद उनमें से एक है. हमले के नियंत्रक हैं, संचालक हैं, इसलिये हमें यह जानने की जरूरत है कि वे उनके खिलाफ क्या कदम उठायेंगे. इन विषयों को हमेशा के लिये नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. किसी को तो इन मुद्दों का हल कभी न कभी तो करना है. उन्होंने कहा कि वह जम्मू कश्मीर सीमा पर घुसपैठ जैसे मुद्दों और घुसपैठ कर आतंकवादी गतिविधियों में पाकिस्तानियों के शामिल होने के मुद्दे को भी उठायेंगे. {mospagebreak}
यह पूछे जाने पर कि क्या वह मुंबई हमलों के संचालकों की आवाज के नमूने मांगेगे, इस पर चिदंबरम ने कहा कि निश्चित तौर पर वे संचालकों की आवाज के नमूने दे सकते हैं. अब, यह सभी लोग स्वीकार कर रहे हैं कि मुंबई हमलों के संचालक पाकिस्तान में हैं. हमें लगता है कि हम यह जानते हैं कि संचालक कौन हैं. निश्चित तौर पर वे हमें आवाज के नमूने दे सकते हैं. हमारे पास भी उनके आवाज की रिकार्डिंग है. यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान ने कभी आवाज के नमूने को देने से इंकार भी किया है, चिदंबरम ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से सौंपे गये एक दस्तावेज में बताया गया था कि दो लोगों ने अपनी आवाज के नमूने देने से इंकार कर दिया है.
चिंदबरम से यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान द्वारा किसी तीसरे देश को आवाज के नमूने सौंपे जाने की बात को भारत स्वीकार करेगा, उन्होंने कहा कि मैंने एक समय सुझाव दिया था कि इसे हमें मत दीजिए. इसे किसी तीसरे देश को दीजिए, ताकि किसी तीसरे मुल्क में इसकी फोरेंसिक जांच हो सके. चिदंबरम से यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मुंबई हमलों के संचालकों में शामिल थे, उन्होंने बताया कि यदि आप दस्तावेज के हवाले से कह रहे हैं तो आप सही हवाला दे रहे हैं लेकिन मैं नहीं जानता कि वे असली नाम हैं या काल्पनिक नाम हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या हमले के संचालकों में पाकिस्तानी सेना के दो मेजर शामिल हैं, गृहमंत्री ने कहा कि ऐसा दस्तावेज में कहा गया है. उन्होंने मुंबई हमलों से हेडली के तार जुड़े होने के मुद्दे को उठाये जाने के बारे में कहा कि वह इसे प्रत्यक्ष रूप से नहीं उठायेंगे.