अन्ना हजारे एक मई से भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बार फिर से बिगुल बजाने वाले हैं. महाराष्ट्र में अन्ना जगह-जगह जाकर लोगों को भ्रष्टाचार के प्रति जागरूक करेंगे.
अन्ना हज़ारे ने अपने महामिशन की शुरुआत कर दी है. मकसद है महाराष्ट्र में मज़बूत लोकपाल बिल. अन्ना हजारे ने ऐलान किया कि वे 1 मई से महाराष्ट्र के दौरे पर निकलेंगे, लेकिन उससे पहले वे सूबे के आला नेताओं से मिलना चाहते हैं.
इसी मकसद से अन्ना मुंबई जाकर सबसे पहले आरपीआई अध्यक्ष रामदास आठवले से उनके घर पर मिलेंगे. 26 अप्रैल को अन्ना की मुलाक़ात शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे से होनी है. बाल ठाकरे ने पहले अन्ना के आंदोलन में ख़र्चों को लेकर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि टीम अन्ना के पास आंदोलन के लिए पैसे कहां से आ रहे हैं, इसकी जांच होनी चाहिए.
वैसे अन्ना और शिवसेना के रिश्तों में कड़वाहट पुरानी है. हालांकि पिछले साल अगस्त में बाल ठाकरे के पोते और युवासेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने अन्ना के आंदोलन में शिरकत की थी. उसके बाद शिवसेना अन्ना विरोधी तेवर में आ गई. ऐसे में अन्ना और बाल ठाकरे की मुलाकात पर सबकी नजर रहेगी.
बाल ठाकरे के बाद अन्ना हजारे मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से भी मिलेंगे. मजबूत लोकायुक्त के लिए अन्ना पहले भी सीएम को चिठ्ठी लिख चुके हैं. अन्ना चाहते हैं कि बिल का ड्राफ्ट तैयार करने में सिविल सोसाइटी के लोग भी शामिल हों.
अन्ना हजारे के महाराष्ट्र दौरे का आगाज 1 मई को शिरडी से होना है, लेकिन माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री चव्हाण, अन्ना को मनाने की कोशिश करेंगे. यहां एक और बात ग़ौर करने वाली है कि अभी तक एनसीपी ने अन्ना के आंदोलन को लेकर अपना रुख़ साफ़ नहीं किया है.