भारतीय सैन्यशक्ति में हो रहे इजाफे और सेना में आधुनिक हथियारों को शामिल किए जाने के मद्देनजर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार का कहना है कि पाकिस्तान, इस मामले में भारत की बराबरी नहीं कर सकता.
मुख्तार ने कहा, ‘‘अगर हम सिर्फ सैन्य तरीके से उनकी (भारत) बराबरी करने और उनके पास जो अस्त्र-शस्त्र हैं, उनकी खरीददारी करने की कोशिश करें तो हम ऐसा करने में सक्षम नहीं हो पाएंगे.’’
इस दावे को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था, पाकिस्तान के मुकाबले छह से सात गुणा ज्यादा बड़ी है और भारत के व्यापार का आकार भी पाकिस्तान के मुकाबले पांच से छह गुणा ज्यादा है.
एक साक्षात्कार में मुख्तार ने कहा ‘‘भारत और पाकिस्तान के बीच 20 से 22 दिनों की लड़ाई की क्षमता है. अब जबकि, भारत ने बहुत ज्यादा हथियार शामिल कर लिए हैं, तो वह 45 दिनों तक टिक सकता है, लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाएंगे.’’
मुख्तार ने कहा कि 2008 के मुंबई हमलों के कारण रिश्तों में आई तल्खी को दूर करने के लिए दोनों देश कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा ‘‘धीरे-धीरे बैठकों का दौर शुरू हुआ है. लोग सीमापार आ-जा रहे हैं. किसी ने भी कभी यह नहीं सोचा था कि वे हाथ में सूटकेस लेकर वाघा के रास्ते अमृतसर जाएंगे, लेकिन यह अब सच्चाई है और ऐसा हो रहा है.’’
जब उनसे पूछा गया कि जब भी दोनों देशों के रिश्तों में सुधार होता है तो मुंबई हमले जैसी घटनाएं क्यों होती हैं तो उन्होंने कहा ‘‘यह बहुत दु:खद है कि इस तरह की घटनाएं होती हैं और ऐसा नहीं होना चाहिए लेकिन कुछ ऐसे तत्व हैं जो इन हमलों के पीछे हैं.’’
उन्होंने हमलों के जिम्मेदार तत्वों के बारे में किसी तरह का ब्यौरा नहीं दिया लेकिन कहा कि उनमें से कुछ को गिरफ्तार किया जा चुका है और उनपर मुकदमा चलाया जा रहा है.
दोनों देशों के बीच रिश्तों में सुधार की संभावना पर उन्होंने कहा, ‘‘जब भी हम निर्णय लेंगे कि धर्म और राजनीति को मिलाया नहीं जाना चाहिए तो स्थिति में सुधार होगा.’’