सुरेश कलमाडी से मंगलवार को 9 घंटे तक पूछताछ हुई. क़ॉमनवेल्थ ऑर्गनाइजिंग कमेटी के अध्यक्ष रहे कलमाडी से सीबीआई हेडक्वार्टर में ये पूछताछ हुई.
राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के अध्यक्ष पद से बर्खास्त किये गये सुरेश कलमाडी से सीबीआई ने खेलों के आयोजन में कथित अनियमितता के मामले में तीसरी बार पूछताछ की लेकिन कलमाडी ने जिम्मेदारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह और अन्य एजेंसियों पर डालने की कोशिश की.
कलमाडी ने मीडिया से कहा कि वह निर्णय करने की प्रक्रिया में अकेले शामिल नहीं थे. क्वींस बेटन रिले के दौरान हुई कथित अनियमितताओं के संबंध में सीबीआई अधिकारियों द्वारा करीब नौ घंटे की पूछताछ करने के बाद बाहर आये कलमाडी ने कहा कि आयोजन समिति के सीईओ जरनैल सिंह और सरकार द्वारा नामित एक व्यक्ति को जांच एजेंसियों के पूछे सवालों के जवाब देने चाहिये. {mospagebreak}
सीबीआई ने कलमाडी से तीसरी बार पूछताछ की है. पहली बार पिछले वर्ष दिसंबर में सीबाआई ने उनसे उनके आवास पर पूछताछ की थी. दूसरी बार पूछताछ पांच जनवरी को सीबीआई के मुख्यालय में हुई थी. सीबीआई ने क्वींस बेटन रिले के दौरान लंदन स्थित एएम फिल्म्स और एएम कोर्स की सेवाएं लेने के दौरान हुई कथित अनियमितताओं के मामले में दो प्राथमिकियां दर्ज की हैं.
जब यह पूछा गया कि क्या सिंह से पूछताछ होनी चाहिये, कलमाडी ने कहा, ‘निश्चित तौर पर. मुझे लगता है कि वे उन्हें भी बुलायेंगे.’ उन्होंने कहा कि सिंह आयोजन समिति के सीईओ हैं और वह वित्त समिति के अध्यक्ष, वित्त उप समिति के संयोजक और कार्यकारी बोर्ड के सदस्य के तौर पर निर्णय प्रक्रिया में ‘शामिल’ रहे हैं.
कलमाडी ने कहा, ‘वह (सिंह) सीईओ हैं. उन्हें सरकार ने भेजा है. जरनैल सिंह आयोजन समिति की वित्त समिति के अध्यक्ष हैं, वित्तीय उप समिति के संयोजक हैं जिसमें भारत सरकार के चार सचिव हैं. वह कार्यकारी बोर्ड का भी हिस्सा हैं. लिहाजा, जरनैल सिंह हर समिति का हिस्सा हैं और कार्यक्षेत्र प्रमुखों को उन्हें रिपोर्ट करना होता है.’ {mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘वह सभी तरह के प्रशासन पर गौर करते थे. वह समय और स्कोरिंग परिणामों को भी देखते थे. जरनैल सिंह ने अच्छा काम किया और वह सभी में शामिल थे.’ कलमाडी ने संवाददाताओं से कहा, ‘सुरेश कलमाडी ने कोई भी फैसला अकेले नहीं किया.’ आयोजन समिति के पूर्व प्रमुख ने यह भी कहा कि आयोजन समिति का बजट खेलों के कुल बजट का महज पांच फीसदी था और दिल्ली सरकार सहित अन्य एजेंसियां खेलों के आयोजन में शामिल रही थीं. उनसे भी पूछताछ होनी चाहिये.
राष्ट्रमंडल खेल सिर्फ आयोजन समिति के लिये नहीं थे. इसमें कई पहलू शामिल थे. उन्होंने कहा कि उनके परिसरों तथा लॉकरों की तलाशी के दौरान कुछ भी ठोस नहीं पाया गया. उन्होंने कहा, ‘सब कुछ आयकर रिटर्न और संपत्ति कर में घोषित जानकारी के अनुरूप था.’