रिलायंस इंफोकॉम के मुखिया अनिल अंबानी ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच के संबंध में सीबीआई मुख्यालय में हाजिरी लगाई और वह अधिकारियों के साथ वहां करीब दो घंटे रहे. अंबानी स्वान टेलीकाम से संबंधित कुछ दस्तावेजों को लेकर सीबीआई द्वारा मांगे गए स्पष्टीकरण के सिलसिले में जांच एजेंसी के मुख्यालय पहुंचे थे.
2जी स्पेक्ट्रम के लिए नए लाइसेंस का आवेदन करने से स्वान टेलीकाम में रिलायंस इंफोकॉम की 9.9 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. स्वान शाहिद उस्मान बलवा की अगुवाई वाले समूह डीबी रीयल्टी द्वारा प्रवर्तित कंपनी है. बलावा इस समय सीबीआई हिरासत में है. सीबीआई स्वान टेलीकाम और द्रमुक के स्वामित्व वाली कलाईगनार टेलीविजन के बीच वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही है.
अनिल धीरूभाई अंबानी समूह द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘नई दिल्ली की साप्ताहिक यात्रा के दौरान अंबानी ने 2001-2010 के लिए दूरसंचार से जुड़े मामलों के संबंध में चल रहे मुद्दों पर स्पष्टीकरण देने के लिए सीबीआई अधिकारियों से मुलाकात की.’ समूह ने कहा कि सीबीआई द्वारा अंबानी को किसी तरह का समन जारी नहीं किया गया है. {mospagebreak}
समूह ने कहा, ‘जब स्वान को जनवरी, 2008 में 2जी लाइसेंस दिया गया उस समय या उसके बाद उसमें न तो रिलायंस टेलीकाम, न आरकाम और न ही समूह के किसी व्यक्ति का कोई शेयर था.’ समूह ने कहा, ‘स्वान को 2जी लाइसेंस आबंटन से न ही रिलायंस टेलीकाम, न आरकाम, न ही समूह के किसी व्यक्ति या कंपनी या इससे संबद्ध इकाई ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से किसी तरह का मौद्रिक लाभ या अन्य लाभ लिया.’
समूह ने आगे कहा कि जनवरी, 2008 में पुराने और नए 2जी आपरेटरों को आबंटित 13 लाइसेंस एवं स्पेक्ट्रम से उसका किसी तरह का कोई संबंध नहीं है. अनिल धीरूभाई अंबानी समूह ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग में आई रिपोर्टों के उलट सीबीआई या अन्य प्राधिकारों द्वारा पूछताछ किसी तरह से आरकाम विशेष से संबंधित नहीं थी.