केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल के मूल्य में की गयी बढ़ोतरी और महंगाई के खिलाफ राजग तथा वामपंथी दलों द्वारा आहूत बंद का बिहार में गुरुवार को व्यापक असर देखा गया और सामान्य जीवन बुरी तरह प्रभावित रहा.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, सहरसा, भोजपुर, मधेपुरा, दरभंगा, सीतामढी, मधुबनी, मोतिहारी सहित विभिन्न हिस्सों में बंद समर्थकों ने टायर जलाकर सड़क जाम किया, ट्रेनों का परिचालन बाधित किया, दुकानों और प्रतिष्ठानों को बंद कराया.
पूर्व मध्य रेलवे के प्रवक्ता नीरज अंबष्ठ ने बताया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में बंद समर्थकों द्वारा ट्रेनों का परिचालन बाधित किया गया है जिससे कुछ ट्रेने विलंब से चल रही हैं. बंद के लिए सड़क पर उतरे राजग और वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है.
भाजपा, जदयू, भाकपा माले, भाकपा और माकपा कार्यकर्ताओं ने पटना, मोतिहारी, आरा, दरभंगा में पटरी पर उतरकर विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनों और टायर जलाकर अवरोधक बनाकर राष्ट्रीय राजमार्गो पर वाहनों का परिचालन बाधित किया. सड़कों पर वाहनों का परिचालन करीब करीब नगण्य रहा. सरकारी कार्यालयों में और प्रतिष्ठानों में उपस्थिति बहुत कम रही.
बंद के समर्थन में निकले राजग के राष्ट्रीय संयोजक शरद यादव को सहरसा में बंद कराते वक्त और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन को भागलपुर में हिरासत में लिया गया. पटना में मुख्य बाजार क्षेत्र मौर्य लोक, हथवा मार्केट, खेतान मार्केट सहित अन्य प्रमुख बाजार बंद रहे और सड़कों पर सार्वजनिक यातायात के साधने बस और आटोरिक्शा कम चले.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, भाजपा के नेता शाहनवाज हुसैन सहित 2500 से अधिक कार्यकर्ताओं को बंद कराने के आरोप में हिरासत में लिया गया. बंद के कारण लंबी दूरी के यात्री बसों का परिचालन भी नहीं हुआ.