एम्स में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही दो साल की मासूम बच्ची फलक की हालत में कोई सुधार नहीं दिखाई दे रहा है और उसे फिर से वेंटिलेटर पर रखा गया है.
न्यूरोसर्जन डॉ दीपक अग्रवाल ने कहा कि वह सही तरह से सांस नहीं ले रही. इसलिए हमें उसे चार फरवरी की रात को फिर से वेंटिलेटर पर रखना पड़ा. उसके शरीर में संक्रमण और तरल पदार्थ होने से वेंटिलेटर से हटा नहीं पा रहे. उसकी हालत गंभीर है लेकिन स्थिर है.
फलक को 18 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसके सिर में गंभीर चोट के अलावा शरीर पर काटने के निशान थे. डॉक्टर तब से उसकी तीन बार सर्जरी कर चुके हैं और भी सर्जरी करने की जरूरत है लेकिन संक्रमण खत्म होने तक इसे रोक दिया गया है.
डॉ अग्रवाल ने कहा कि हम उसके शरीर में संक्रमण के स्तर का पता लगाने के लिए हर दिन कल्चर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. रिपोर्ट निगेटिव आते ही हम इस बात के लिए आश्वस्त होंगे कि उसका उपचार सही तरह से चल रहा है. फोरेंसिक विश्लेषकों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है उसके शरीर पर निशान मनुष्य के काटने के हैं.