योग गुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि वह विदेशों में जमा काला धन देश लाने के लिए कदम उठाएं और अपनी 'राजनीतिक ईमानदारी तथा इच्छाशक्ति' का परिचय दें.
काले धन तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ रामलीला मैदान में अनशन शुरू करने वाले बाबा रामदेव ने अपने हजारों समर्थकों से कहा कि प्रधानमंत्री काले धन को वापस लेने के लिए कदम क्यों नहीं उठा रहे हैं? सरकार को उन नामों का खुलासा करना चाहिए, जिनका काला धन विदेशों में जमा हैं, बहाने बनाना बंद करें.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को काले धन पर अपनी राजनीतिक ईमानदारी तथा इच्छाशक्ति का परिचय देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को जनता को कम से कम यह बताना चाहिए कि वे काला धन कब वापस लाएंगे.
बाबा रामदेव ने कहा कि यदि काला धन वापस लाया जाता है तो महंगाई की समस्या का समाधान हो जाएगा और लोगों को कर के रूप में जिस बड़ी राशि का भुगतान करना पड़ता है, उससे राहत मिल जाएगी. नक्सल समस्या का समाधान भी निकल आएगा. उन्होंने कहा कि हर भारतीय व्यक्ति किसी भी वस्तु को खरीदने के लिए उसकी वास्तविक कीमत का 30 प्रतिशत अधिक विभिन्न करों के रूप में अदा करता है.
अपने गुरुवार के बयान को दोहराते हुए योग गुरु ने कहा कि हम शनिवार तक इंतजार करेंगे और उसके बाद अगले कदम की घोषणा करेंगे. उन्होंने विदेशों से काला धन वापस लाने के साथ-साथ प्रभावी लोकपाल, स्वतंत्र केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) तथा सिटीजन चार्टर की मांग की.
इस मुद्दे पर अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों से सहमति जताते हुए उन्होंने कहा कि यदि सीबीआई को स्वतंत्र बनाया जाता है तो साफ राजनीति होगी, क्योंकि सीबीआई का इस्तेमाल विपक्ष के नेताओं को ब्लैकमेल करने के लिए किया जाता है.